अब हर्षिल घाटी में भी शुरू हुई रिवर राफ्टिंग

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में अब पर्यटक रिवर राफ्टिंग का भी लुत्फ उठा सकते हैं। हर्षिल घाटी में रिवर राफ्टिंग प्रारम्भ हो गयी है। रोमांच और स्पोर्ट्स एक्टिविटी के शौकीन पर्यटक अब हर्षिल घाटी में रिवर राफ्टिंग कर सकते हैं। हर्षिल घाटी अपनी नैसर्गिक सुंदरता के लिए पहले से ही पर्यटकों की पहली पसंद रही है। अब यहां एडवेंचर वॉटर स्पोर्ट्स का भी मौका मिल रहा है। गंगोत्री धाम आने वाले तीर्थ यात्री रिवर राफ्टिंग का मजा ले रहे हैं। राफ्टिंग के दौरान सुंदर वादियां, मंदिर और झरने पर्यटकों को खूब भा रहे हैं।
हर्षिल घाटी में राफ्ट कंपनी की ओर से पर्यटकों को राफ्टिंग कराई जा रही है। इसके साथ ही कई पर्यटकों और तीर्थयात्रियों ने भी धराली, हर्षिल और झाला के बीच राफ्टिंग की। उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद की ओर से राफ्टिंग कंपनी को अनुमति दी गई है। यह अनुमति 30 जून तक दी गई है। हर्षिल घाटी में वाइब्रेंट विलेज योजना के अनुसार भागीरथी में जांगला पुल से लेकर झाला पुल के बीच रिवर राफ्टिंग के तीन डेस्टिनेशन चुने गए हैं।
राफ्टिंग के लिए एक हजार की फीस निर्धारित
रिवर राफ्टिंग गाइड अभिषेक ने बताया कि राफ्टिंग के लिए एक हजार रुपये फीस निर्धारित की गई है। इस दौरान झरने वाले स्पॉट पर भी पर्यटकों को घुमाया जा रहा है, जो सेल्फी प्वाइंट बनाता जा रहा है। राफ्टिंग के दौरान पर्यटक हर्षिल के सुंदर नजारों का भी दीदार कर रहे हैं, जिससे पर्यटक काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं। यदि आपको भी राफ्टिंग के दौरान सुंदर वादियों का दीदार करना है, तो चले आइए हर्षिल घाटी।
पर्यटन के संभावनाओं की तलाश जारी
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला ने इस बारे में बोला कि यह पूरा क्षेत्र वाइब्रेंट विलेज में शामिल है। ऐसे में यहां पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हिंदुस्तान गवर्नमेंट कोशिश कर रही है। सभी ऑफिसरों के साथ बैठक कर प्रस्ताव मांगे गए हैं, जिसे केंद्र गवर्नमेंट को भेजा जाएगा। भविष्य में पर्यटन के दृष्टिकोण से और भी संभावनाओं को तलाशा जाएगा, जिससे टूरिज्म के सेक्टर को और बढ़ावा मिल सके।