महिला शक्ति यूपी के हर घर निर्मल जल पहुंचाने में दे रही योगदान

महिला शक्ति यूपी के हर घर निर्मल जल पहुंचाने में दे रही योगदान
लखनऊ. यूपी गवर्नमेंट स्त्रियों को संबल प्रदान करने के लिए कई योजनाएं चला रही है. इसी क्रम में नमामि गंगे की तरफ से इसके लिए 4.80 लाख स्त्रियों को प्रशिक्षण भी दिया गया. पिछले साल के 9 महीने में स्त्रियों ने पानी के 30 लाख से अधिक सैंपलों की जांच भी की. जल जीवन मिशन के भीतर 4.80 लाख स्त्रियों को पानी की जांच का प्रशिक्षण देकर योगी गवर्नमेंट ने स्वावलंबन से भी जोड़ा. एफटीके (फील्ड टेस्ट किट) से जल स्रोतों का परीक्षण करने के लिए इन्हें आत्मनिर्भर बनाते हुए प्रति जांच 20 रुपये की स्वावलंबन राशि भी दी गई. इससे न केवल उत्तर प्रदेश के हर घर नल से जल पहुंच रहा है, बल्कि ग्रामीण स्त्रियों को सुरक्षा के साथ ही घर-गांव में रोजगार भी प्रदान किया जा रहा है.

उत्तर प्रदेश में 86 लाख से अधिक ग्रामीण परिवारों तक नल कनेक्शन पहुंचाए गए हैं. योगी गवर्नमेंट की उपलब्धि है कि 5 करोड़ से अधिक लोगों को घर-घर नल से शुद्ध पेयजल का फायदा मिलने लगा है. सर्वाधिक नल कनेक्शन देने में उत्तर प्रदेश राष्ट्र में चौथे नंबर पर है. उत्तर प्रदेश से आगे अभी केवल बिहार, महाराष्ट्र और गुजरात ही आगे हैं. उत्तर प्रदेश की इस विकास यात्रा में स्वच्छ जल, बेहतर कल के लिए गवर्नमेंट के कोशिश में ग्रामीण महिलाएं भी शामिल हो रही हैं. तकनीकी क्षेत्रों में सात लाख लोगों को प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें 30 प्रतिशत महिलाएं हैं. इनसे संविदा के रूप में ऑपरेटर से लेकर इंजीनियर तक का दायित्व महिलाएं निभा रही हैं.

राज्य के 90 फीसदी से अधिक विद्यालयों और आंगनबाड़ी केंद्रों में कभी पीने के पानी की सुविधा भी नहीं थी. अब उनके पास कार्यात्मक नल का कनेक्शन भी है. इसमें भी महिलाएं कंधे से कंधे मिलाकर योजना की वृद्धि में अपना सहयोग दे रही हैं. मिर्जापुर में 2019 से पहले 0.56 फीसदी परिवारों के पास नल के पानी का कनेक्शन था. अब यह बढ़कर 69.10 फीसदी के आसपास है. प्रतिदिन करीब 600 कनेक्शन जोड़े जा रहे हैं. सोनभद्र क्षेत्र में 400 नल जल कनेक्शन रोजाना लगाए जा रहे हैं. पहले महज 4.08 फीसदी नल कनेक्शन के मुकाबले अब यह आंकड़ा 41.51 फीसदी हो गया. इस समृद्धि को पाने में ग्रामीण क्षेत्रों में स्त्रियों का अथक कोशिश भी शामिल है.(आईएएनएस)