देश का प्रतिनिधित्व करना चाहती है बिहार की आम्रपाली,पहली बार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में लिया हिस्सा

देश का प्रतिनिधित्व करना चाहती है बिहार की आम्रपाली,पहली बार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में लिया हिस्सा

दरभंगा की आम्रपाली सोनू झा ने जूनियर मिस इण्डिया प्रतियोगिता में मिस गॉर्जस 2023 का खिताब जीता है. 14 वर्ष की आम्रपाली क्लास 9 में पढ़ती है. आगे चलकर मिस यूनिवर्स बनना चाहती है. हालांकि लड़की का पूरा परिवार पुणे में रहता है.आम्रपाली ने इस जीत की खुशी आदमी की है. उसने बोला कि मैं बड़े मंच पर अपने राष्ट्र का अगुवाई करना चाहती हूं. मैं इसके लिए तैयारी कर रही हूं. मेरा लक्ष्य मिस इण्डिया और मिस यूनिवर्स का है. अभी से इसकी तैयारी भी प्रारम्भ कर दी है.

बेटी की उपलब्धि पर मां कविता झा भी बहुत उत्साहित हैं. मां ने बोला कि पूरे हिंदुस्तान से इस प्रतियोगिता में बच्चों ने हिस्सा लिया था, जिसमें मेरी बेटी ने पहले टॉप टेन में स्थान बनाई फिर जूनियर मिस इण्डिया प्रतियोगिता में मिस गॉर्जस 2023 का खिताब जीता. हमें विश्वास ही नहीं हो रहा कि इतनी बड़ी प्रतियोगिता में उसने जीत हासिल की है.

आम्रपाली बचपन से ही <span class=विद्यालय में हर तरह के कार्यक्रम और प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेती रही है.

आम्रपाली बचपन से ही विद्यालय में हर तरह के कार्यक्रम और प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेती रही है.

पहली बार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में लिया हिस्सा

बता दें कि आम्रपाली ​​​​​​​बचपन से ही विद्यालय में हर तरह के कार्यक्रम और प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेती रही है. वहीं, पहली बार उसने किसी राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और जीत हासिल की है. ​​​​​​​

आम्रपाली की एक ​​​​​​​जुड़वा बहन भी है

आम्रपाली की मां कविता झा कहती हैं कि मैं बस अपने बच्चों के सपने पूरे करना चाहती हूं. मेरी जुड़वा बेटियां हैं, आम्रपाली और यशोधरा. यशोधरा भी डांस में माहिर है. दोनों बच्चे भविष्य में जो करना चाहते हैं करें. मैं पूरी तरह उनका साथ दूंगी. मॉडलिंग और इस तरह की प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए काफी पैसे लगते हैं, लेकिन मैंने अपने बच्चों के लिए ये सोच रखा है.

जड़ों से जुड़ा है परिवार

बिहार से जुड़ाव के प्रश्न पर कविता कहतीं है कि मैं और मेरे पति सोनू घर में मैथिली में ही बात करते हैं. हमारी प्रयास होती है कि हमारे बच्चे अपनी भाषा और अपनी पहचान को न भूलें. हम छुट्टियों में गांव आते हैं. भविष्य में कौन-कौन से प्रोजेक्ट हैं, इस पर कविता झा ने बोला कि अभी बच्चों को जूनियर मिस इण्डिया वालों ने किसी भी तरह के प्रोजेक्ट करने से मना किया है. आने वाले समय में कई प्रतियोगिता में हमारे बच्चों की प्रतिभा सामने आएगी.