महिला ने लिव-इन पार्टनर के साथ मिलकर अपने छोटे भाई को उतारा मौत के घाट

कर्नाटक में एक स्त्री को पुलिस ने अरैस्ट किया है, जिसने कथित रूप से अपने प्रेमी के साथ मिलकर अपने भाई की बर्बता से मर्डर कर दी थी। टाइम्स ऑफ़ इण्डिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक जिगनी पुलिस ने शुक्रवार को मर्डर (Murder case) के आठ वर्ष पुराने एक मुद्दे का पर्दाफाश किया और 31 वर्षीय स्त्री को अरैस्ट किया, जिसने अपने लिव-इन पार्टनर (Live in Partner) के साथ मिलकर अपने छोटे भाई की कथित रूप से बेरहमी से मर्डर कर दी थी।
जानकारी के मुताबिक, मृतक ने उनके संबंध पर विरोध जताई थी, जिसके बाद दोनों ने उसकी मर्डर करके शरीर के अंगों को काटकर फेंक दिया था। आरोपियों ने जल्द ही किराए का घर खाली कर दिया था और नासिक (Nasik) में बसने से पहले भिन्न-भिन्न शहरों में भाग गए थे।
पुलिस ने इस मुद्दे में पहचान नहीं होने पर मुद्दे को बंद कर दिया था। हालांकि हाल ही में आरोपियों की गतिविधियों के बारे में पता चलने के बाद इसे फिर से खोल दिया। गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस की एक टीम ने दंपति का पता लगाया और उन्हें अरैस्ट कर लिया। आरोपियों की पहचान 31 वर्षीय भाग्यश्री सिद्दप्पा पुजारी और उसके दोस्त सुपुत्र शंकरप्पा तलवार के रूप में हुई जिन्होंने बाद में साथ में विवाह कर ली थी।
पुलिस के मुताबिक, भाग्यश्री और उसका भाई निंगाराजू सिद्दप्पा पुजारी जिगनी की एक फैक्ट्री में काम करते थे और वाडेरामनचनहल्ली में किराए के मकान में रहते थे। भाग्यश्री का अफेयर शंकरप्पा से था, जो पहले से शादीशुदा था। निंगाराजू ने इसका विरोध किया। भाग्यश्री और शंकरप्पा ने योजना बनाई और निंगाराजू को मार डाला। मर्डर का खुलासा तब हुआ जब जिगनी पुलिस को जिगनी में मानव शरीर के अंगों (Human Body Parts) से भरा बैग मिला। पुलिस को चिकित्सक का पर्चा मिला, जिससे वह आरोपी के घर पहुंची। पड़ोसियों से मिली जानकारी के आधार पर, पुलिस उस कारखाने में गई जहां आरोपी काम कर रहे थे और उनके संपर्क विवरण प्राप्त किए। उन्होंने मृतक के परिजनों से संपर्क कर मृत शरीर की पहचान कराई।
आरोपी का पता लगाने में विफल रहने पर पुलिस ने न्यायालय के समक्ष क्लोजर रिपोर्ट पंजीकृत की लेकिन आरोपी पर नजर रखी। पुराने मामलों की पड़ताल करते हुए पुलिस को आरोपी के नासिक की एक फैक्ट्री में काम करने की सूचना मिली और एक टीम वहां पहुंची। हालांकि आरोपी तब तक जॉब बदल चुका था। पुलिस ने फिर से पड़ताल प्रारम्भ की और सुपुत्र को अरैस्ट कर लिया।