सीएम केजरीवाल : मैं किसी भी भ्रष्टाचार में नहीं हूँ शामिल
नई दिल्ली: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल बुधवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के तीसरे समन के बावजूद एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए। जिसके बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने आज प्रेस वार्ता से पहले बोला गई कि वह किसी भी करप्शन में शामिल नहीं हैं। आम आदमी पार्टी (AAP) सुप्रीमो ने यह भी इल्जाम लगाया कि बीजेपी उन्हें लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार करने से रोकना चाहती है।
यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब AAP नेताओं ने इल्जाम लगाया था कि प्रवर्तन निदेशालय उत्पाद शुल्क नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मुद्दे में केजरीवाल को अरैस्ट कर सकता है। केजरीवाल ने मीडिया को संबोधित करते हुए बोला कि, “सच्चाई यह है कि कोई करप्शन नहीं था। बीजेपी मुझे अरैस्ट करना चाहती है। मेरी सबसे बड़ी संपत्ति मेरी ईमानदारी है और वे इसमें सेंध लगाना चाहते हैं। मेरे वकीलों ने मुझे कहा है कि मुझे भेजे गए समन गैरकानूनी हैं। बीजेपी का उद्देश्य मेरी जांच करना नहीं है, बल्कि मुझे लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार नहीं करने देना है। वे जांच के बहाने मुझे बुलाना चाहते हैं और फिर मुझे अरैस्ट करना चाहते हैं।”
बुधवार को, प्रवर्तन निदेशालय ने बोला कि वह एजेंसी के सामने पेश होने से इनकार करने के संबंध में केजरीवाल द्वारा भेजे गए उत्तर की जांच कर रहा है और शराब घोटाले में जांच में शामिल होने के लिए उन्हें चौथा समन जारी कर सकता है।
उल्लेखनीय है कि, केजरीवाल ने बुधवार को तीसरी बार प्रवर्तन निदेशालय के सामने पेश होने से इनकार कर दिया था और बोला था कि एजेंसी अपने कार्यों में निष्पक्ष नहीं है और जज, जूरी और जल्लाद की तरह काम कर रही है। इस बीच, सूत्रों ने कहा है कि दिल्ली के सीएम आनें वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर शनिवार को गुजरात के तीन दिवसीय दौरे पर रवाना होंगे। उन्होंने कहा कि केजरीवाल अपने चुनावी दौरे के दौरान सार्वजनिक बैठकों और पार्टी कार्यकर्ताओं को भी संबोधित करेंगे। उन्होंने कहा कि अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान उनके कारावास में बंद AAP नेता चैतर वसावा से भी मिलने की आसार है।
बता दें कि, AAP के राष्ट्रीय संयोजक केजरीवाल को अब तक तीन नोटिस मिल चुके हैं, वे उन्होंने 2 नवंबर और 21 दिसंबर के लिए पहले के दो समन पर संघीय एजेंसी के सामने पेश होने से इनकार कर चुके थे। पहले समन पर केजरीवाल मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव की बात कहकर राज्य में चुनाव प्रचार करने के लिए चले गए थे। वे ठीक उसी दिन प्रचार करने मध्य प्रदेश आए थे, जिस दिन उन्हें प्रवर्तन निदेशालय ने बुलाया था। न तो वे उससे पहले कभी प्रचार करने मध्य प्रदेश आए और न ही बाद में उन्होंने दूसरा दौरा किया। वहीं, दूसरे समन की तारिख पर केजरीवाल ध्यान साधना करने के लिए 10 दिवसीय विपश्यना शिविर में चले गए थे, अब जब वे ध्यान करके लौट आए हैं, तो प्रवर्तन निदेशालय ने फिर से उन्हें शराब घोटाले में पूछताछ के लिए बुलाया है। अब केजरीवाल कह रहे हैं कि, ये उन्हें लोकसभा चुनाव का प्रचार करने से रोकने की षड्यंत्र है। यानी, पहले समन पर मध्य प्रदेश चुनाव था, दूसरे पर उन्हें ध्यान करने जाना था अब तीसरे समन पर उन्हें लोकसभा चुनाव का प्रचार करना है, जिसको लेकर चुनाव आयोग ने अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है।