हरदोई जिले के सवायजपुर कोतवाली क्षेत्र में बिल्हौर-कटरा मार्ग पर खम्हरिया मोड़ पर हुए हादसे में तीन पीढि़याें समेत एक ही परिवार के पांच लोगों की मृत्यु से पूरे गांव में मातम पसर गया। सोमवार देर रात हुए हादसे की जानकारी जब गांव वालों को मिली, तो हर कोई सन्न रह गया। बच्ची की छठी पर ढोलक की थाप पर गाए जा रहे मंगल गीतों के बीच एकाएक चीख-पुकार का शोर गूंज उठा। पोस्टमार्टम के बाद मंगलवार शाम मृतशरीर गांव पहुंचे।
पचदेवरा थानाक्षेत्र के बराकांठ निवासी होशियार (55) खेती करते थे। छोटे बेटे गोविंद की ससुराल सांडी थानाक्षेत्र के नयागांव में है। सात दिन पहले गोविंद की पत्नी ने बेटी को जन्म दिया था। नवजात का छठी संस्कार सोमवार को था। इसमें शामिल होने के लिए होशियार बड़े बेटे मुकेश (30), मुकेश के पुत्र अमित उर्फ बल्लू (4), चचेरे भाई राजाराम (50) और भतीजे मनोज (30) के साथ कार से नयागांव जा रहे थे। कार मुकेश चला रहा था।
गोविंद अपने साले के साथ सीएचसी पहुंचा था
बिल्हौर-कटरा मार्ग पर सवायजपुर में खम्हरिया मोड़ पर अनियंत्रित कार पेड़ से टकरा गई। इसमें कार सवार सभी लोगों की मृत्यु हो गई। नयागांव में गोविंद के ससुरालीजन संबंधियों के आने का प्रतीक्षा कर रहे थे, लेकिन उन्हें हादसे की समाचार मिली। पहले तो हल्की दुर्घटना समझकर गोविंद अपने साले के साथ सीएचसी सवायजपुर पहुंचा, लेकिन जब यहां पांच मृतशरीर देखे, तो परिजनों को सूचना दी। इसके बाद संबंधियों के पहुंचने का सिलसिला प्रारम्भ हुआ।
पांच लोगों की मृत्यु से सब कुछ थम सा गया
दावत चल रही थी, लेकिन हर कोई घर छोड़कर सवायजपुर सीएचसी की ओर भागा। पांच लोगों की मृत्यु की सूचना के बाद सब कुछ थम सा गया। हादसे की जानकारी पर एसपी केसी गोस्वामी, अपर पुलिस अधीक्षक पश्चिमी दुर्गेश सिंह, सीओ हरपालपुर विनोद द्विवेदी, थानाध्यक्ष लोनार धर्मेंद्र गुप्ता भी मौके पर पहुंच गए। सीएचसी के अधीक्षक डा। पराग कुमार ने सीएचसी लाए गए पांचों लोगों को पर मृत घोषित कर दिया गया था।
शव निकालने में करनी पड़ी मशक्कत
पेड़ से टकराने के बाद कार के परखच्चे उड़ गए। तीन मृतशरीर तो किसी तरह निकाल लिए गए, लेकिन दो मृतशरीर कार के अंदर ही बुरी तरह फंस गए। इसके लिए पहले जेसीबी मंगाकर कार पीछे की गई, इसके बाद कटर और अन्य उपकरणों के जरिए कार को काटा गया। तब अंदर फंसे मुकेश और होशियार को निकाला जा सका। सवायजपुर कोतवाली के वरिष्ठ उपनिरीक्षक धर्मेंद्र सिंह और उनकी टीम कार में फंसे शवों को निकालने के लिए मशक्कत करती नजर आई।
भाई, पिता और भतीजे का मृतशरीर देख बदहवास हो गया गोविंद
घटना की जानकारी पर सवायजपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा गोविंद परिवार के पांच लोगों के मृतशरीर एक साथ देख बदहवास हो गया। पिकअप से जैसे-जैसे भाई मुकेश, भतीजे बल्लू उर्फ अमित और फिर पिता होशियार के मृतशरीर उतरे तो पहचान करने के साथ ही गोविंद गश खाकर गिर पड़ा। गोविंद केवल अपना सिर पकड़े बैठा रहा और बार-बार अपने पिता और भाई के मृतशरीर से लिपटकर फफकता रहा।