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पंजाब व चंडीगढ़ के सभी काॅलेजों में इसी सत्र से लागू होने जा रही है नयी शिक्षा नीति

पंजाब यूनिवर्सिटी से संबद्ध पंजाब और चंडीगढ़ के सभी काॅलेजों में इसी सत्र से नई शिक्षा नीति लागू होने जा रही है. इसके लिये पंजाब यूनिवर्सिटी के डीन काॅलेज डेवलपमेंट कौंसिल (डीसीडीसी) की ओर से दाखिलों संबंधी गाइडलाइन तैयार की जा रही है जिसे 5 जून को होने वाली एकेडमिक कौंसिल की बैठक में फाइनल अप्रूवल दी जायेगी. इसे लेकर पिछले दो दिन से डीन काॅलेज (डीसीडीसी) प्रो संजय कौशिक की अध्यक्षता में एडमिशन गाइडलाइन्स कमेटी की बैठकों का दौर जारी है. कमेटी की एक और बैठक 28 मई को होगी जिसके लिये कमेटी के सदस्यों को इस पर अपनी राय, सुझाव देने को बोला गया है.

नयी शिक्षा नीति के अनुसार भी स्ट्रीम्स तो पहले की तरह आर्ट्स, कॉमर्स और साइंस बनीं रहेंगी लेकिन इसमें अधिक विषयों की चॉयस मिलेगी और डिग्री का भी अंतर होगा. आर्ट्स/साइंस/ कॉमर्स में एक वर्ष पढ़ाई करने पर सर्टिफिकेट, दो वर्ष पर डिप्लोमा और तीन वर्ष पूरे करने पर डिग्री दी जायेगी. अंडर-ग्रेजुएट कोर्स में चार वर्ष पढ़ाई करने वालों को ऑनर्स की डिग्री प्रदान की जायेगी और चार वर्ष के कोर्स में 75 प्रतिशत अंक लाने वाले विद्यार्थियों को ऑनर्स विद रिसर्च की डिग्री दी जायेगी, जो एक वर्ष का पीजी कोर्स कर पीएचडी कर सकेंगे.

पीयू की ओर से जारी टेम्पलेट के मुताबिक विद्यार्थियों को पहले वर्ष सभी कॉमन विषय पढ़ाये जायेंगे और दूसरे सेमेस्टर के आखिर से उन्हें मेजर और माइनर विषयों का चयन करना होगा. हर मेजर विषय के लिये सेमेस्टर में 15 घंटे की क्लास अटेंड करनी होगी और चार क्रेडिट लाने होंगे यानी कुल 60 क्रेडिट लेने होंगे. इसी तरह माइनर में भी कक्षा 15 घंटे की ही रखी गयी है जबकि क्रेडिट तीन लाने होंगे. दूसरे सेमेस्टर के अंत में हर विद्यार्थी को सिंगल मेजर या मल्टी-डिस्सिप्लिनरी स्ट्रीम चुनने का विकल्प होगा. मल्टीडिस्सिप्लिनरी स्ट्रीम चुनने वालों को तीन वर्ष में दो मेजर विषयों में 36 क्रेडिट और माइनर संबंध में 24 क्रेडिट लाने होंगे. जो विद्यार्थी 75 प्रतिशत अंक के साथ छह सेमेस्टर पूरे कर लेंगे उन्हें चौथे वर्ष में ऑनर्स के साथ रिसर्च की डिग्री दी जायेगी.

अब विद्यार्थियों को पहले से अधिक आप्शन मिलेंगे : प्रो कौशिक

डीसीडीसी प्रो संजय कौशिक ने कहा कि अब पहले से अधिक आप्शन दिये गये हैं. दाखिले संबंधी गाइडलाइन, टेम्पलेट और सिलेबस तैयार हो चुके हैं. एकडेमिक कौंसिल की बैठक के बाद इसे लागू कर दिया जायेगा. उन्होंने कहा कि कालेजों के नोडल अफसरों और प्रिंसिपलों को पहले से ही ट्रेनिंग दी जी चुकी है.

नयी शिक्षा नीति को सीनेट पहले ही दे चुकी स्वीकृति : कुलपति

कुलपति प्रो रेनू विग ने बोला कि पीयू से जुड़े सभी कालेजों में नई शिक्षा नीति इसी वर्ष से लागू होने जा रही है. पिछले वर्ष सीनेट ने इसे पहले ही हरी झंडी दे दी थी लिहाजा अब इसे लागू करने में कोई बाधा नहीं है. 5 जून को एकेडमिक कौंसिल की बैठक के बाद कालेजों को इस बारे में जरूरी गाइड लाइन दे दिये जायेंगे.

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