लोकसभा चुनावों में इमोशनल वार की हो चुकी है शुरुआत
नई दिल्ली. लोकसभा चुनावों में अब इमोशनल वार प्रारम्भ हो गया है. चुनावी सभाओं को संबोधित करते हुए कल प्रियंका गांधी के आंखों में आंसू थे तो आज पीएम मोदी की आंखें भर आईं. दरअसल पीएम नरेंद्र मोदी कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी पर लगातार हमले बोल रहे हैं, उसका उत्तर प्रियंका गांधी पूरी शिद्दत के साथ दे रही है. ऐसा लग रहा है कि आने वाले चुनावों में मुकाबला मोदी बनाम प्रियंका पर शिफ्ट होने वाला है.
चुनावों में इमोशनल वार नया नहीं है, लेकिन अब लोकसभा चुनावों में इसकी आरंभ फिर हो गई है. मतदाताओं पर नेता और प्रत्याशी इमोशनल वार कर रहे हैं. एक दिन पहले प्रियंका गांधी ने अपने पिता राजीव गांधी की मर्डर में हुए टुकड़े लेकर आई थी, वो दर्द मैंने महसूस किया है. जिन किसानों के बेटे सीमा पर शहीद हुए, उनका दर्द मैं समझ सकती है. ये कहते हुए उनकी आंखों में आंसू आ गए थे.
इसके उत्तर में शनिवार को झारखंड में सभा को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने आदिवासियों से वार्ता करते हुए बोला कि मैं बाबा साहेब की पूजा करता हूं, उनका संविधान मेरे रहते कोई नहीं बदल सकता है. कांग्रेस पार्टी असत्य फैला रही है. हमारी गवर्नमेंट ने आदिवासियों के लिए खूब काम किया है. आज जब मैं गरीबों के मकान देखता हूं और लाभार्थियों को देखता हूं तो मेरे आंखों में खुशी के आंसू आ जाते हैं. इन आंसुओं को कांग्रेस पार्टी वाले नहीं समझ सकेंगे.
शहजादा बनाम शहंशाह
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राहुल गांधी पर धावा बोलते हुए बोला कि मैंने पहले ही बोला था-शहजादे वायनाड से हारने वाले हैं इसलिए रायबरेली आ गए. अमेठी से भाग गए. इसके उत्तर में प्रियंका गांधी ने बोला कि मेरे भाई को वे (पीएम मोदी) शहजादे बोलते हैं. मेरे भाई ने 4000 किमी की पैदल यात्रा की है. शहंशाह बने तो वो (पीएम मोदी) बैठे हैं. महलों में रहते हैं. कपड़ों पर एक दाग नहीं होता. वो गरीबों का दर्द कैसे समझेंगे.
बहरहाल चुनावी में यह जुबानी जंग और तेज होने वाली है. प्रियंका गांधी अब प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के हमलों का उत्तर देने लगी है और प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी भी कांग्रेस पार्टी के हमलों पर वार कर रहे हैं.