ऑपरेशन में डॉक्टरों द्वारा लापरवाही से एक महिला की हुई मौत, गुस्साए परिजनों ने किया हंगामा
इलाज के दौरान एक स्त्री की मृत्यु से गुस्साए परिजनों ने हॉस्पिटल में जमकर बवाल किया. परिजनों का इल्जाम है कि हल्की से ऑपरेशन में डॉक्टरों द्वारा ढिलाई करने से स्त्री की मृत्यु हो गई. स्त्री की मृत्यु के बाद चिकित्सक लगातार उन्हें गुमराह करते रहे और अचानक से मह
मामला शाहपुरा के बडे़सर गांव का है यहां रहने वाली मैना पत्नी नंद किशोर सुथार को कान के नीचे गांठ थी . इसके उपचार के लिए वो एक हफ्ते पूर्व महात्मा गांधी हॉस्पिटल में डाक्टर जयराज से मिली . चिकित्सक ने उन्हें ऑपरेशन करने की राय दी. परिजनों ने ऑपरेशन पर अपनी सहमति दे दी. चिकित्सक ने उन्हें आज गुरुवार का समय दिया है . स्त्री आज तय समय पर महात्मा गांधी हॉस्पिटल पहुंची. जहां डॉक्टरों ने करीब 11 बजे उसे ऑपरेशन सिनेमाघर में लिया. एक घंटे बाद चिकित्सक ने परिजनों को कहा कि स्त्री को हार्ट से संबंधित प्रॉब्लम है. इसलिए पहले उसके हार्ट का उपचार करना होगा और उसे ऑपरेशन सिनेमाघर से आईसीयू में शिफ्ट कर दिया और लगातार सीपीआर दी गई .
परिजनों का बोलना है कि दोपहर से शाम तक डॉक्टरों द्वारा बेवजह नाटक किया गया. उन्हें गुमराह करते रहे . शाम को करीब 5:30 बजे के आसपास चिकित्सक ने उन्हें स्त्री की मृत्यु की जानकारी दी .
महिला की मृत्यु से परिजन नाराज हो गए और उन्होंने चिकित्सक और स्टाफ पर ढिलाई का इल्जाम लगाते हुए विरोध प्रदर्शन किया. स्त्री के जेठ ने कहा कि उनके भाई की पत्नी एकदम स्वस्थ थी.
आज सुबह वो तय समय पर शाहपुरा से अकेली भीलवाड़ा पहुंची थी. 11 बजे उसे चिकित्सक ने उसे ऑपरेशन सिनेमाघर में लिया. उससे पहले उसने उन्हें टेलीफोन करके ऑपरेशन की जानकारी दी. इसके बाद वो उसकी पत्नी और भाई तीनों हॉस्पिटल पहुंचे.ऑपरेशन से पहले मैना स्वस्थ थी और उसने हंसते हुए सभी से बात की थी. लेकिन ऑपरेशन सिनेमाघर में जाने के बाद चिकित्सक ने उसे हार्ट की प्रॉब्लम बता दी. 11 बजे के बाद से ही चिकित्सक स्टाफ उन्हें लगातार गुमराह कर करने लगे .
दोपहर बाद तक उन्हें यही दिलासा दिया गया की उपचार चल रहा है और अचानक से 5:30 बजे के बाद उन्हें मैना की मृत्यु के समाचार दे दिया. परिजनों का बोलना है कि लापरवाह चिकित्सक के विरुद्ध मुनासिब कार्रवाई की जाए. उन्हें मृत्यु के असली कारणों की जानकारी दी जाए. तब तक वे मृतशरीर नहीं लेंगे और न ही पोस्टमार्टम होने देंगे . बवाल बढ़ता देख भीमगंज थाना प्रभारी आशुतोष पांडे मय जाब्ता हॉस्पिटल पहुंचे. परिजनों से समजाईश प्रारम्भ की. अभी परिजनों ने मृतशरीर लेने से इनकार कर दिया है और विरोध जारी है .
थाना प्रभारी आशुतोष पांडे ने कहा कि आज सुबह बड़ेसर गांव की एक स्त्री महात्मा गांधी में भर्ती हुई थी . जिसकी उपचार के दौरान मौत हो गई . परिजनों ने उपचार में ढिलाई का इल्जाम लगाया है. सीएमएचओ को एप्लिकेशन दी है . अभी परिजनों की ओर से रिपोर्ट नहीं दी गई है रिपोर्ट आने के बाद कार्रवाई की जाएगी .