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 प्रकाश आंबेडकर ने किया ये दावा, कहा- हम आज अपने दम पर राज्य की 6 सीटें…

नागपुर. एक ओर जहां राज्य में लोस सीट बंटवारे को लेकर मविआ के घटक दल कांग्रेस, शिवसेना व राकां शरद पवार के बीच बैठक पर बैठक चल रही है, उसी बीच वंचित आघाड़ी के नेता एड. प्रकाश आंबेडकर ने दावा किया है कि हम आज अपने दम पर राज्य की 6 सीटें जीत सकते हैं। वे नागपुर में प्रेस परिषद में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि हम अपनी भूमिका पर अडिग है अंतिम चरण तक हम उनके साथ हैं।

इन पार्टियों को वंचित के संदर्भ में अपनी मानसिकता बदल लेनी चाहिए। हम 46 उम्मीदवार दे सकते हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के साथ नहीं जाएंगे क्योंकि उसकी विचारधारा अलग है। वंचित 10 मार्च तक राज्य में 42 जगहों पर सभा ले रही है जिसमें भारी भीड़ उमड़ रही है इसलिए मविआ दलों को खुद की जांच कर लेनी चाहिए। सभा में लोगों को लाने के लिए वंचित गाड़ी और भोजन नहीं देती। प्रत्येक मतदान सीट पर वंचित के ढाई लाख से अधिक मतदाता हैं जिसके चलते 46 उम्मीदवार दे सकते हैं।

हमारी किसे जरूरत है देख लें

आंबेडकर ने कहा कि वंचित को लोकतंत्र का सामाजिक काम करना है। भाजपा ने घरानेशाही व विशिष्ट वर्ग को उम्मीदवारी दी। वंचित 13 प्रतिशत ओबीसी और 3 अल्पसंख्यकों को उम्मीदवारी देना चाहती है। वंचित की किसे जरूरत है वह खुद देख लें। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को बीजेपी की पोलखोल करने की जरूरत थी लेकिन वह कार्य वंचित कर रही है। ईवीएम के खिलाफ भी कांग्रेस को पहल करने की जरूरत है। कम से कम वीवीपैट ट्रेल मतदाता खुद जांच कर डिब्बे में डालना मान्य किया गया तो भी काम आसान हो सकता है।

कर्ज में डूब रहा देश

आंबेडकर ने कहा कि वर्ष 2014 में देश की कुल जीडीपी का 24 प्रतिशत कर्ज था। 10 वर्षों में यह बढ़कर 83 प्रतिशत हो गया और चुनाव तक यह 87 प्रतिशत से ऊपर जाएगा। विश्व बैंक ने भारत को चेतावनी दी है। कर्ज के बोझ के कारण ही नरेगा व अन्य सामाजिक योजनाओं में कटौती की गई है। उलट प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी देश को आर्थिक रूप से मजबूत करने का दावा करते हैं। लेकिन आर्थिक रूप से देश कमजोर हुआ है यह आगे सभी को दिखेगा। इस संदर्भ में आर्थिक क्षेत्र के विशेषज्ञों को अध्ययन करना चाहिए। उन्होंने मेट्रो और मिहान को असफल प्रोजेक्ट बताते हुए कहा कि दोनों प्रोजेक्ट ‘लॉस मेकिंग’ हैं। मेट्रो कभी फायदे में नहीं आ सकता और मिहान बढ़ नहीं रहा है। उन्होंने दावा किया कि मेट्रो को मनपा को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया शुरू है। आम जनता के लिए योजनाएं अमल करने के बदले, अगर मनपा मेट्रो जैसे प्रकल्प पर ध्यान दे रही है तो यह उचित नहीं है।

कार्यकर्ताओं को नहीं खरीद सकती बीजेपी

भाजपा की तोड़फोड़ की राजनीति संबंधी सवाल पर आंबेडकर ने कहा कि भले ही बीजेपी ने देशभर में नेताओं को फोड़ने का काम शुरू किया हो लेकिन वह कार्यकर्ताओं को नहीं खरीद सकती। अनेक लोग डर के कारण बीजेपी में जा रहे हैं। आगामी चुनाव में गठबंधन हो या न हो फिर भी कांग्रेस के कार्यकर्ता निराश नहीं हैं। उन्होंने अपेक्षा जताई की जो उम्मीदवार भाजपा के खिलाफ जीत सकता है वे उसे वोट करेंगे।

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