पटना: बिहार के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों (Assembly Election 2023) में बीजेपी (BJP) की जीत को कम महत्व देते हुए बुधवार को बोला कि भारतीय नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (INDIA) गठबंधन को सीट बंटवारे के मामले सहित अपनी भविष्य की रणनीतियों को आखिरी रूप देने में तेजी से काम करना चाहिए।
नीतीश कुमार ने पटना में संवाददाताओं से कहा, ‘‘पिछले चुनावों में इन राज्यों (छत्तीसगढ़, राज्स्थान) कांग्रेस पार्टी ने जीत हासिल की थी। इस बार भी कांग्रेस पार्टी को अच्छा खासा वोट मिला है, लेकिन बीजेपी जीती। लेकिन, तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज है। इन सब पर कोई खास चर्चा की आवश्यकता नहीं है। हम तो यही चाहते हैं कि बहुत तेजी से विपक्ष एकजुट हो।”
उन्होंने कहा, ‘‘खबर में चल रहा था कि हम ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक में नहीं जा रहे हैं जबकि ऐसी कोई बात नहीं थी। मेरी तबीयत खराब थी। मुझे सर्दी-खांसी, बुखार था। अगली बैठक होगी तो हम फिर से कहेंगे कि अब देर नहीं कीजिए। आपस में बैठकर सबकुछ शीघ्र से तय कर लीजिए।”
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद ने मंगलवार को बोला था कि 2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति तैयार करने के लिए ‘इंडिया’ गठबंधन के शीर्ष नेता 17 दिसंबर को दिल्ली में बैठक करेंगे। इसके अतिरिक्त कई शीर्ष नेताओं के शामिल न हो पाने के कारण बुधवार (आज) को होने वाली बैठक टाल दी गई।
जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के शीर्ष नेता ने कहा, ‘‘हम एक वर्ष से विपक्षी एकजुटता में लगे हुए हैं। राज्यों के चुनाव में सभी पार्टियां अपनी-अपनी जीत के लिए लग जाती हैं। लेकिन हम चाहते हैं कि आगे से सब एकजुट होकर चुनाव लड़ें।” ‘इंडिया’ गठबंधन का नेतृत्व करने से संबंधित प्रश्न पर सीएम ने बोला कि पीएम पद को लेकर अक्सर मेरे बारे में खबरें आती हैं कि लेकिन मैं साफ कर देना चाहता हूं कि मुझे कुछ नहीं चाहिए। हम सिर्फ़ यही चाहते हैं कि विपक्ष एकजुट हो और अभी जो पार्टी केंद्र की सत्ता में है उसके विरुद्ध चुनाव लड़े। वे लोग राष्ट्र के इतिहास को बदलने में लगे हुए हैं।
उन्होंने बोला कि नई पीढ़ी को आजादी की लड़ाई को याद रखना चाहिए। मुझे पर्सनल रूप से कुछ नहीं चाहिए। हम पहले से ही लोगों की सेवा कर रहे हैं। हम लोगों ने आंदोलन भी किया है। उन्होंने बोला कि हम राज्य के भलाई में अपने काम में लगे रहते हैं। हमलोग तेजी से युवाओं को रोजगार देने पर बल दे रहे हैं। उन्होंने बोला कि देशहित में सभी विपक्षी दल एकजुट हों।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के 10 दिसंबर को पटना दौरे के बारे में पूछे जाने पर नीतीश ने कहा, ‘‘हां, वह 10 दिसंबर को पटना में पूर्वी क्षेत्रीय परिषद (ईजेडसी) की बैठक की अध्यक्षता करने आ रहे हैं। हम सभी बैठक में उपस्थित रहेंगे। हम सभी का सम्मान करते रहेंगे, यह हमारी परंपरा है।”
बैठक में अन्य सदस्य राज्यों- झारखंड, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्रियों के भी शामिल होने की आशा है। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलने से जुड़े प्रश्न पर सीएम ने बोला कि गरीबी को देखते हुए बिहार को विशेष राज्य का दर्जा मिलना चाहिए।
उन्होंने कहा, ‘‘हमलोगों ने जाति आधारित गणना कराई। इसके साथ ही हर परिवार की आर्थिक स्थिति का भी पता लगाया। हिंदू, मुस्लिम, अनुसूचित जाति-जनजाति, पिछड़ा-अति पिछड़ा वर्ग, उच्च वर्ग (किसी भी जाति वर्ग का हो), सबका पता लगाया। हर जाति में गरीबी है। उच्च वर्ग में भी कितनी गरीबी है, इसका पता चला है। पूरे राष्ट्र में जातिगत जनगणना होती तो सभी को काफी लाभ होता।”