किरण चौधरी ने अपनी बेटी श्रुति चौधरी को टिकट न मिलने पर कहा, पार्टी का फैसला है उनके सिर माथे
पूर्व मंत्री एवं विधायक किरण चौधरी ने अपनी बेटी एवं पूर्व सांसद श्रुति चौधरी को टिकट न मिलने पर कोई कड़ा निर्णय लेने की संभावनाओं को नकारते हुए बोला कि पार्टी का निर्णय उनके सिर माथे है. वे पार्टी की सच्ची सिपाही हैं तथा पार्टी के लिए काम करेंगी. उन्होंने बोला कि चौधरी बंसीलाल और स्वर्गीय सुरेंद्र सिंह की मौत के बाद वे हरियाणा की राजनीति में सकि्रय हुई थीं, उन्होंने हर कदम पर संघर्ष किया और कार्यकर्ताओं का मान-सम्मान कम नहीं होने दिया. आगे भी वे अपना संघर्ष इसी प्रकार जारी रखेंगी. उन्होंने बोला कि उनके और श्रुति के प्रति कार्यकर्ताओं का यह स्नेह ही है कि आज एक बार फिर से बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उनके साथ खड़े हैं. उन्होंने भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट से कांग्रेस पार्टी प्रत्याशी राव दान सिंह को लेकर बोला कि जिस प्रकार से राव दान सिंह ने उनके पिछले लोकसभा चुनाव में जबरदस्त कार्य किया था, वे उससे भी जबरदस्त कार्य उनके लिए करेंगी. किरण चौधरी के इस बयान के निहितार्थ निकाले जा रहे हैं.
गौरतलब है कि राव दान सिंह की पिछले लोकसभा चुनाव में श्रुति चौधरी के समर्थन को लेकर किरदार संदिग्ध रही थी. किरण चौधरी ने बोला कि अगले 7 से 10 दिन बाद वे कार्यकर्ताओं की मीटिंग लेकर उनकी ड्यूटियां लगाएंगी. वहीं श्रुति चौधरी ने भी बोला कि वे पार्टी के निर्णय के साथ खड़ी हैं. सर्वे की प्रक्रिया को अपनाने के बाद टिकट दी गई है.