कर्नाटक में पीएफआई कार्यालय को NIA ने किया सीज

बेंगलुरु. बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यकर्ता प्रवीण कुमार नेतारू की मर्डर की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने दक्षिण कन्नड़ जिले के सुलिया शहर में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इण्डिया (पीएफआई) के कार्यालय को सील कर दिया है. सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी. सूत्रों के मुताबिक, सुलिया स्थित पीएफआई के कार्यालय का उपयोग आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए किया जाता था. कार्यालय गांधीनगर में एलेटी रोड पर ताहिरा कॉम्प्लेक्स की पहली मंजिल पर स्थित था.
सीज की कार्रवाई की कॉपी संपत्ति के मालिक, जिला आयुक्त, दक्षिण कन्नड़ जिले के पुलिस अधीक्षक को भेजी गई है. आदेश में बोला गया है कि संपत्ति को पट्टे या किराए पर नहीं दिया जाना चाहिए. कार्यालय से किसी भी संपत्ति को स्थानांतरित करने या नवीनीकरण कार्य करने के विरूद्ध दिशा-निर्देश दिए गए हैं.
सूत्रों ने बताया कि प्रवीण कुमार नेतारू की मर्डर की षड्यंत्र कार्यालय में रची गई थी. हमलावरों ने तीसरे कोशिश में प्रवीण की मर्डर कर दी.
एनआईए के ऑफिसरों ने बेंगलुरु में विशेष एनआईए न्यायालय में 20 लोगों के विरूद्ध चार्जशीट पंजीकृत की थी. चार्जशीट में 1,500 पेज और 240 गवाहों के बयान हैं.
एनआईए ने इससे पहले फरवरी में मर्डर के मुद्दे में बंतवाल शहर के पास इडुक्की गांव में मित्तूर फ्रीडम कम्युनिटी हॉल को सील कर दिया था.
26 जुलाई, 2022 को राज्य में हिजाब और हलाल संकट के चरम पर प्रवीण की मर्डर कर दी गई थी. यह घटना दक्षिण कन्नड़ जिले के सुलिया के पास बेल्लारे में हुई थी.
सोशलिस्ट डेमोकेट्रिक पार्टी ऑफ इण्डिया (एसडीपीआई) ने कर्नाटक में आनें वाले विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए नेतारू हत्याकांड के एक आरोपी शफी बेलारे के लिए टिकट की घोषणा की थी. इस घोषणा के चलते राज्य में एक बहस छिड़ गई.
शफी बेलारे इस समय मर्डर के मुद्दे में कारागार में बंद है. उसे एनआईए ने अरैस्ट किया था.