नवलगढ़ थाना पुलिस की उदासीनता बुजुर्ग दंपत्ति की बढ़ाई मुश्किलें, मकान पर दबंगों का ने किया कब्जा
‘आमजन में विश्वास और अपराधियों में भय’ का स्लोगन वैसे तो आमजन को अपराधियों से दबंगों के विरुद्ध क्राइम से लड़ने में हौसला देता हैं और हर समय पीड़ित पुलिस से सहायता की आशा लगाता हैं।मगर, नवलगढ़ पुलिस की कार्यप्रणाली इस स्लोगन के विपरित पीड़ित को पुलिस स्टेशन को चक्कर लगाने को विवश कर रही हैं।
मामला नवलगढ़ थाना क्षेत्र के मैणास गांव का है। जहां के रहने वाले एक बुजूर्ग दंपत्ति को अपनी जमीन पर चल रहे मकान के निर्माण को रूकवाने के लिए पुलिस स्टेशन के चक्कर काटने को विवश हो रहे है।
इस गैरकानूनी निर्माण को लेकर बुजूर्ग दंपति का इल्जाम है कि, न्यायालय स्टे होने के बावजूद मकान का निर्माण किया जा रहा है।पीड़ित बुजूर्ग बनवारीलाल यादव, उसकी पत्नी मल्कूदेवी औ इनकी पुत्री सुनीता न्यायलय के आदेश की पालना और निर्माण कार्य बंद करवाने के लिए लगातार नवलगढ़ पुलिस स्टेशन के चक्कर लगाने को विवश हैं।
वहीं दूसरू तरफ पीड़ित का इल्जाम हैं कि नवलगढ़ पुलिस ने न्यायपालिका के आदेश के बावजूद काम रुकवाने के बावजूद खड़े होकर छत डलवाने के काम करवा दिया।पुलिस सुनवाई करने की बजाय धमकी देते हुए राजीनामा करने की बात कह रही हैं।
बुजूर्ग दंपत्ति की बेटी सुनिता ने कहा कि, नवलगढ़ पुलिस स्टेशन में सीआई शिवदास मीणा से मुलाकात कर मुनासिब कार्रवाई करने की मांग की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई अब बुजूर्ग मां बाप के साथ बेटी भी लगातर पुलिस स्टेशन के चक्कर लगा रहे हैं