इंडिया एक युवा देश है जहां टैलेंटेड वर्कफोर्स और वाइब्रेंट स्टार्टअप इकोसिस्टम है मौजूद :नरेंद्र मोदी
मुंबई: AI यानी आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के दुरुपयोग को लेकर प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी पिछले दिनों कठोर बयान दे चुके हैं। उन्होंने इसपर नियंत्रण की आवश्यकता को रेखांकित करते हुए एक गाइडलाइन की बात भी कही थी।
सोशल मीडिया पर AI पर अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन ‘ग्लोबल पार्टनरशिप ऑन आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस समिट’ में शामिल होने का न्योता देते हुए पीएम मोदी ने बोला कि, ‘इंडिया एक युवा राष्ट्र है जहां टैलेंटेड वर्कफोर्स और वाइब्रेंट स्टार्टअप इकोसिस्टम उपस्थित है और AI के विकास में हिंदुस्तान अपना एक अहम सहयोग देगा। दिल्ली में अगले सप्ताह 12 दिसंबर से AI कार्यक्रम प्रारम्भ होने वाला है, जिसमें 28 राष्ट्रों के प्रतिनिधि भाग लेंगे।’
पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा कि, ‘AI के सकारात्मक रिज़ल्ट टेक, इनोवेशन, हेल्थकेयर, एजुकेशन और कृषि जैसे क्षेत्रों में देखे जा रहे हैं। लेकिन इसके दुरुपयोग पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है।’ मोदी की ये चिंता लोगों को डीपफेक जैसे स्कैन से बचने में राहत दिलाने में काफी सहायता करेगा।
पीएम मोदी ने अपने लिंक्डइन पोस्ट में दुनिया को आश्वस्त करते हुए कहा, ‘AI के क्षेत्र में हिंदुस्तान अपने नागरिकों को सशक्त बनाने के लिए एक बड़ा कदम उठाना चाहता है। इसका हर क्षेत्र में सकारात्मक इस्तेमाल किया जा सकता है। हिंदुस्तान विभिन्न उत्पादक उद्देश्यों के लिए AI का इस्तेमाल कर रहा है।’
हाल ही में अदाकारा रश्मिका मंदाना, कैटरीना कैफ और काजोल का डीपफेक वीडियो सामने आने पर सनसनी मच गई। यही वजह है कि AI के दुरुपयोगों को लेकर भी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंताएं उभरी हैं और जानकारों से लेकर गवर्नमेंट तक रास्ता निकालने में जुटी हैं।