AAP ने कांग्रेस के साथ गठबंधन में दिल्ली की सात लोकसभा सीट में चार पर चुनाव लड़ने की इच्छा की व्यक्त
लोकसभा चुनाव के कुछ महीने पहले कांग्रेस पार्टी की राह सरल नहीं नजर आ रही है। दरअसल, चुनाव के पहले विपक्षी पार्टियों ने गठबंधन बनाया है जिसका नाम ‘इंडिया’ (Indian National Democratic Inclusive Alliance) रखा गया है। गठबंधन अभी राज्यों में सीट बंटवारे को लेकर चर्चा कर रही है। भाजपा का मिलकर मुकाबला करने के लिए 28 विपक्षी पार्टियों के ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक कांग्रेस पार्टी और आम आदमी पार्टी (आप) सीट बंटवारे पर चर्चा के लिए शुक्रवार को राजधानी दिल्ली में बैठक करने वाले हैं जिसपर नजर बनी हुई है।
सूत्रों के हवाले से मीडिया में जो समाचार चल रही है उसके अनुसार, आप और कांग्रेस पार्टी के बीच सीट बंटवारे को लेकर चर्चा कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक के आवास पर होगी। यहां चर्चा कर दें कि दोनों दलों के नेताओं ने पिछले हफ्ते सीट बंटवारे के मामले पर चर्चा के लिए वासनिक के आवास पर बैठक की थी लेकिन ठोस वार्ता से इनकार किया था। उक्त बैठक करीब ढाई घंटे तक चली थी जिसमें इस बात पर चर्चा हुई थी कि ‘आप’ पंजाब, हरियाणा, गुजरात, गोवा और दिल्ली सहित पांच राज्यों में कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ेगी।
आज की बैठक में रह सकते हैं राघव चड्ढा
खबरों की मानें तो ‘आप’ ने कांग्रेस पार्टी के साथ गठबंधन में दिल्ली की सात लोकसभा सीट में चार पर चुनाव लड़ने की ख़्वाहिश व्यक्त कर दी है। कांग्रेस पार्टी उत्तर पूर्वी दिल्ली, चांदनी चौक और नई दिल्ली संसदीय सीट पर चुनाव लड़ने को इच्छुक है। कांग्रेस पार्टी नेताओं के साथ हुई पहली बैठक में ‘आप’ का अगुवाई उसके राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) संदीप पाठक और मंत्री आतिशी और सौरभ भारद्वाज ने किया था। हालांकि इस बैठक के बाद कोई भी नेता कुछ कहने से बचता नजर आया। ‘आप’ के राज्यसभा सदस्य राघव चड्ढा पहली बैठक में अनुपस्थित थे लेकिन आज की बैठक में वह भाग ले सकते हैं।
गौर हो कि लोकसभा चुनाव 2019 में दिल्ली की सभी सात सीटों पर भाजपा ने जीत का परचम लहराया था। वहीं, पंजाब में कांग्रेस पार्टी को 8 सीटें मिली थीं। अकाली-बीजेपी गंठबंधन को चार जबकि आप को केवल एक सीट पर संतोष करना पड़ा था। हालांकि, जब पिछली बार लोकसभा का चुनाव हुआ था उस समय पंजाब में कांग्रेस पार्टी की गवर्नमेंट थी। इस बार पंजाब में ‘आप’ की गवर्नमेंट है।
बंगाल में बढ़ी कांग्रेस पार्टी की टेंशन
इस बीच पश्चिम बंगाल से एक बड़ी समाचार सामने आ रही है। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, प्रदेश में कांग्रेस पार्टी और तृणमूल कांग्रेस पार्टी (TMC) के बीच सीट शेयरिंग की आसार कम होती नजर आ रही है। तृण मूल काँग्रेस की ओर से संकेत दिया गया कि वह कांग्रेस पार्टी की पांच सदस्यीय राष्ट्रीय गठबंधन समिति से मुलाकात नहीं करेगी। तृण मूल काँग्रेस के सूत्रों के हवाले से जो मीडिया में समाचार चल रही है उसके अनुसार, ममता बनर्जी की पार्टी ने पहले ही कांग्रेस पार्टी को अपने प्रस्ताव के संबंध में बता दिया है। गौरतलब है कि कांग्रेस पार्टी के पैनल में अशोक गहलोत, भूपेश बघेल, मुकुल वासनिक, सलमान खुर्शीद और मोहन प्रकाश जैसे कद्दावर नेता शामिल हैं।