स्वास्थ्य

65% युवा तनाव के शिकार, इरेक्शन की समस्या हो सकती है असली वजह

सोशल मीडिया का बढ़ता असर Social media and sexual expectations

Young men and Erectile Dysfunction : डाक्टर अमित बंसल, यूरो और एंड्रोलॉजी, अपोलो स्पेक्ट्रा दिल्ली का बोलना है कि, “मनोवैज्ञानिक इडी (Psychogenic Erectile Dysfunction) समाज द्वारा लादे गए कामुकता और प्रदर्शन पर अप्राप्य मानकों के कारण युवाओं के लिए चिंता का विषय बन रहा है. सोशल मीडिया के प्रचलन ने भी युवाओं पर हर समय स्वयं को यौन रूप से आश्वस्त और सक्षम के रूप में चित्रित करने का दबाव बढ़ा दिया है. आदर्श छवियों के साथ यह लगातार तुलना अपर्याप्तता और प्रदर्शन चिंता की भावनाओं को बढ़ा सकती है, अंततः युवाओं में मनोवैज्ञानिक इडी (Psychogenic Erectile Dysfunction) से जुड़े तनाव के स्तर को बढ़ा सकती है. 22-30 उम्र वर्ग के 65% से अधिक युवा इन मानकों पर खरा उतरने के लिए बाध्य महसूस करते हैं.

खुलकर वार्ता महत्वपूर्ण Open conversation is necessary

Young men and Erectile Dysfunction : इसके अलावा, यौन स्वास्थ्य और मानसिक स well-being पर चर्चा करने के बारे में सामाजिक वर्जना युवाओं द्वारा अनुभव किए जाने वाले संकट को और बढ़ा देती है. संचार के लिए खुले चैनलों की कमी उनकी सहायता या समर्थन लेने की क्षमता को बाधित करती है, जिससे उनके अलगाव और अपर्याप्तता की भावना और गहराती है. 

क्या है मनोवैज्ञानिक इडी? What is psychological ED?

मनोवैज्ञानिक इरेक्टाइल डिसफंक्शन (Psychological ED) पुरुष के आत्मविश्वास और रिश्तों को गहराई से प्रभावित करता है. स्वास्थ्य समस्याओं या दवा के दुष्प्रभावों जैसे स्तंभन गुनाह के भौतिक कारणों के विपरीत, मनोवैज्ञानिक इडी (Psychological ED) तनाव, चिंता या आघात जैसे मनोवैज्ञानिक कारकों से उत्पन्न होती है. यह भावनात्मक पहलू मनोवैज्ञानिक इडी (Psychological ED) के इलाज को चुनौतीपूर्ण बना देता है और इसके लिए एक व्यापक दृष्टिकोण की जरूरत होगी.

मनोवैज्ञानिक इडी (Psychological ED) के लक्षण प्रदर्शन के कारण संघर्ष कर रहे हो सकते हैं, और अतीत के अनसुलझे भावनात्मक मामले उनकी कठिनाइयों में सहयोग दे रहे हैं. एक सामान्य संकेत बिना किसी अंतर्निहित चिकित्सा स्थिति के अचानक इरेक्शन की परेशानी और अंतरंग स्थितियों में भी यौन ख़्वाहिश का अभाव है. यहां तक कि तनाव, चिंता, अवसाद या पिछले आघात जैसे मनोवैज्ञानिक कारक भी मनोवैज्ञानिक इडी (Psychological ED) के लक्षणों को खराब कर सकते हैं और यौन प्रदर्शन में बाधा डाल सकते हैं.

(Psychological ED) परेशानी का समाधान

डॉ बंसल ने निष्कर्ष निकाला, “युवाओं में मनोवैज्ञानिक इडी (Psychological ED) के मामलों में वृद्धि एक परेशान करने वाली प्रवृत्ति है जो मानसिक स्वास्थ्य और यौन क्रिया के बीच जटिल संबंध को खुलासा करती है. जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में सफल होने का बढ़ता दबाव 22-35 उम्र वर्ग के 65% से अधिक युवाओं में तनाव और चिंता के ऊंचे स्तर का कारण बन सकती है.

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