स्वास्थ्य

बड़ा ही करामाती है यह पौधा, पेट की गर्मी से देता है राहत

हिमालय में कई ऐसे पौधे पाए जाते हैं, जो जलवायु को नियंत्रित रखने में अपना अहम सहयोग देते हैं इनमें कई तरह के औषधीय गुण भी पाये जाते हैं, जो कई रोंगों में लाभ देते हैं ऐसा ही एक पौधा है बोस्टन फर्न (बोस्टन फर्न) फर्न प्रजाति का पौधा है जिसे बोस्टन फर्न या फिश फर्न के नाम से भी जाना जाता है हल्की सा दिखने वाला यह पौधा जहां जंगल में नमी को बनाये रखता है, तो वहीं हवा से जाइलिन और टोल्युइन को साफ कर सही हवा प्रदान करता है इसे घर के इर्द-गिर्द गार्डन में भी लगाया जा सकता है

मिक्स फारेस्ट के कान्सेप्ट पर कार्य कर रहे पर्यावरणविद देव राघवेंद्र बद्री बताते हैं कि बोस्टन फर्न के नीचे जड़ों पर टूयबर लगे रहते हैं यह एक सदाबहार पौधा है इसमें हमेशा हरियाली रहती है

टयूबर में होता है पानी स्टोर

कहते हैं कि इसके नीचे लगे टयूबर अपने अंदर बारिश के पानी को स्टोर करता है, साथ ही धीरे-धीरे रिलीज करता है जिससे इर्द-गिर्द की जलवायु ठंडी रहती है और जंगल का वातावरण अनुकूल रहता है बताते हैं कि माइक्रो क्लाइमेट को बढ़ावा देने के लिए इस तरह के फर्न का प्रयोग जरूरी है यह पौधा डेकोरेशन के काम भी आता है

पेट की गर्मी से देता है राहत

देव राघवेंद्र चौधरी बताते हैं कि यह पौधा औषधीय गुणों से भी भरपूर है इसके टयूबर को मेडिसिन के तौर पर भी लिया जा सकता है यह पेट की गर्मी को दूर करने में कारगर है बताते हैं कि इसका प्रयोग अच्छे से धोकर सीधे तौर पर किया जा सकता है ग्रामीण क्षेत्रों में लोग इसका प्रयोग पुराने समय से करते आ रहे हैं बोस्टन फर्न के टयूबर यानी जड़ों पर लगने वाले छोटे-छोटे फल के अंदर पानी स्टोर रहता है, इसे पिया भी जा सकता है

फॉरेस्ट फायर के लिए बेरियर बन सकता है बोस्टन फर्न

कहते हैं कि उत्तराखंड के जंगलों में वनाग्नि की घटनायें आम हैं, ऐसे में फॉरेस्ट फायर को नियंत्रित करने में भी यह पौधा कारगर साबित हो सकता है क्योंकि यह तेजी से फैलने वाला एक सदाबहार हरा पौधा है जो अपने अंदर पानी को एकत्र किए रहता है ऐसे में उत्तराखंड के जंगलों में लगने वाली ग्राउंड फायर को डायवर्ट या रोकने में यह एक बैरियर का कार्य कर सकता है बोस्टन फर्न को उगने के लिए अधिक मिट्टी की जरूरत भी नहीं पड़ती है यह मिट्टी के उपरी लेयर में ही उग जाता है

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