इन वजहों से यूपी में मंगलवार को प्राइवेट स्कूलों बंद
Azamgarh News Girl Death: यूपी में मंगलवार को प्राइवेट विद्यालयों को बंद रखा गया है. आखिर ऐसी कौन सी वजह है कि विद्यालयों को बंद रखने का निर्णय किया गया है और आजमगढ़ से क्या कनेक्शन है. अनएडेट प्राइवेट विद्यालय एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने इस संबंध में जानकारी दी. अब प्रश्न यह है कि ना मौसम खराब और ना ही गवर्नमेंट की तरफ से कोई आदेश है. दरअसल आजमगढ़ में चिल्ड्रेन गर्ल्स विद्यालय के प्रिंसिपल और टीचर की जमानत अर्जी खारिज होने के बाद यह निर्णय किया गया. मुद्दा कुछ ऐसा है. 31 जुलाई को चिल्ड्रेन गर्ल्स विद्यालय में पढ़ने वाली छात्रा श्रेया तिवारी की मृत्यु हो गई थी. श्रेया के परिवार ने मृत्यु के लिए विद्यालय की प्रिंसिपल और क्लास टीचर को उत्तरदायी ठहराया है. इस समय प्रिंसिपल और टीचर दोनों कारावास में हैं.
गैर कानूनी है गिरफ्तारी
अनएडेड प्राइवेट विद्यालय एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने बोला कि विद्यालय बंद रहेंगे लेकिन शिक्षक विद्यालय पहुंचेंगे और छात्रा की मृत्यु पर शोक सभा के बाद काली पट्टी बांधकर विरोध करेंगे. उन्होंने बोला कि विद्यालय के टीचर को धारा 306 के अनुसार कारावास भेजना ठीक नहीं है. प्रशासन की तरफ से जो कार्रवाई की गई है वो भी ठीक नहीं है. एसोसिएशन ने बोला कि मां और बाप ही बच्चों को मोबाइल टेलीफोन देते हैं और उसका दुरुपयोग होता है. हालत तो यह है कि बात बात में अब पैरेंट्स विद्यालय और शिक्षकों के विरुद्ध एफआईआर की धमकी भी देते हैं. हमारी केवल एक ही मांग है कि पूरे घटनाक्रम की जांच और जो गुनेहगार हो उसके विरुद्ध कार्रवाई की जाए. यही नहीं विद्यालय प्रिंसिपल और टीचर को रिहा किया जाए.
साक्ष्यों के आधार पर गिरफ्तारी
इस पूरे प्रकरण पर आजमगढ़ के एसपी अनुराग आर्य ने बोला कि साक्ष्यों के बाद ही कार्रवाई की गई है. विद्यालय के सीसीटीवी फुटेज में छात्रा, प्रिंसिपल के कमरे में 30 मिनट खड़ी दिखाई दे रही है उसके बाद वो 30 मिनट उनके कमरे के बाहर खड़ी है और बाद में विद्यालय की छत से छात्रा कूद जाती है. विद्यालय प्रशासन ने साक्ष्यों के साथ छेड़छाड़ की है. खून के धब्बों को धो दिया गया. इसकी वजह से विद्यालय की मंशा पर संदेह होता है. गिरफ्तारी के पीछे यही आधार है, विधिसम्मत ढंग से कार्रवाई की जा रही है.