अपने आप में छोटा नगर निगम है गाजियाबाद ये पार्क

आज आपके सामने हम एक ऐसे पार्क की कहानी लेकर आए हैं जो अपने आप में मिसाल है। सुबह और शाम के समय आप भी पार्क में घूमने तो जरूर जाते होंगे, लेकिन जितनी सुविधाएं इस पार्क में है, उतनी शायद ही आपने पहले किसी पार्क में देखी होंगी। गाजियाबाद का चंद्रशेखर पार्क अपने आप में छोटा नगर निगम है। दरअसल इस पार्क में बल्क वेस्ट जनरेटर, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम, ओपन जिम, सुलभ शौचालय, प्याऊ, आरडब्लूए कार्यालय, कॉटेज हाउस जैसी कई प्रबंध है। यही वजह है कि इस पार्क में प्रतिदिन सैकड़ों लोग वॉक करने के लिए आते हैं। यह पार्क गाजियाबाद के शालीमार गार्डन में स्थित है।
चंद्रशेखर पार्क साल 2000 में बनकर तैयार हुआ था। आसपास के क्षेत्र जिनमें गणेशपुरी, बी ब्लॉक और शालीमार गार्डन आता है। इनमें कोई भी ऐसा पार्क नहीं है जिसमें चंद्रशेखर पार्क के बराबर हरियाली हो। इसलिए यहां पर सुबह और शाम के वक्त काफी भीड़ देखने को मिलती है। ऐसे में स्त्रियों के साथ छेड़खानी की कई शिकायतें मिल रही थीं। जिस पर संज्ञान लेते हुए पुलिस को सूचना दी गई। इसके साथ पार्क में सुबह और शाम पुलिस की गस्त बढ़ाई गई। अब महिलाएं यहां पर सुरक्षित होकर मॉर्निंग और इवनिंग वॉक का लुफ्त उठा पाती है।
पार्क में शौचालय बनना था जरूरी
आरडब्लूए के कोषाध्यक्ष ने बताया कि इस पार्क में कई सारे लोग आते हैं। ऐसे में यहां पर शौचालय होना बहुत महत्वपूर्ण था। डायबिटीज के रोगी जो घूमने आते थे उन्हें भी काफी परेशानी होती थी। दरअसल उनको बार-बार शौचालय जाने की परेशानी आती है। ऐसे में हमने शौचालय बनाया है। इसकी सफाई की प्रबंध के साथ पानी के टैंक का व्यवस्था किया है। लोग इस शौचालय के बनने से खुश है।
बच्चों के खेलने के लिए प्ले एरिया बनाया
पार्क में बच्चों के लिए झूलों की प्रबंध की गई है। इसके साथ ही बुजुर्ग यदि थक के बैठ ना चाहे तो उनके लिए कॉटेज हाउस भी बनाया गया है जिनमें 40 बुजुर्गों की बैठने की क्षमता है। इस कॉटेज हाउस में पंखा भी लगा है। पार्क में साफ सफाई का माहौल देखने के लिए मिलता है। शायद वो इसलिए भी क्योंकि पार्क में गीला और सूखा कूड़ा के भिन्न-भिन्न कूड़ेदान बनाए गए हैं। इसके साथ ही बच्चों के खेलने के लिए प्लेइंग एरिया भी बनाया गया है।