लकड़ी कारोबारियों का बड़ा नेटवर्क आया जीएसटी चोरी के घेरे में…
ये बोगस फर्मों से खरीद करते हैं। व्यवसायी फर्जी ढंग से ईवे बिल देते हैं। ऐसे व्यवसायी शून्य टैक्स भरते थे। इस मकड़जाल की जानकारी लेने के लिए राज्य कर विभाग की मोबाइल टीमों ने 150 गाड़ियों को हाईवे से पकड़कर माल बरामद किया। जांच के दौरान पकड़े गए वाहनों में फर्जीवाड़ा पकड़ा गया।
गाड़ियों पर लदे माल के एवज में कारोबारियों ने एक करोड़ 10 लाख रुपये टैक्स भी जमा किया। इन वाहनों की जांच के दौरान मंडल के चार जिलों में GST चोरी के मुद्दे प्रकाश में आए। एसआईबी के संयुक्त आयुक्त मोहित गुप्ता ने रामपुर जिले की दस फर्मों पर छापा मारा तो कारोबारियों ने एक करोड़ पांच लाख रुपये जमा किए।
मुरादाबाद के भोजपुर स्थित एक व्यवसायी ने छह लाख और संभल के कारोबारियों ने पांच लाख रुपये जमा किए। इसी कड़ी में अमरोहा के एक लकड़ी व्यवसायी ने बुधवार को 20 लाख रुपये जमा किया। यह व्यवसायी भी बोगस खरीद कर रहा था। पकड़े जाने पर उसने पैसे जमा किए।
अभी जांच प्रक्रिया जारी है। राज्य कर की टीमों ने GST चोरी के नेटवर्क को तोड़ा है। अब जांच कर कुछ लोगों के GST पंजीयन भी खारिज किए जाएंगे।