ASI टीम ने सैटेलाइट से जुड़ी मशीन से ज्ञानवापी मंदिर होने का निकल रही प्रमाण
वाराणसी। ज्ञानवापी मस्जिद में चौथे दिन का सर्वे प्रारम्भ हो चुका है। सर्वे टीम के साथ मुसलमान और हिन्दू पक्ष दोनों ज्ञानवापी परिसर में प्रवेश कर चुके हैं। अब तक सर्वे में क्या सामने आया है, इसे जानने को लेकर सभी उत्सुक हैं। अभी तक ASI की टीम ने सैटेलाइट से जुड़ी मशीन से ज्ञानवापी के मंदिर होने का प्रमाण खंगाल रही है।
ज्ञानवापी परिसर में ASI सबसे आधुनिक तकनीक से सर्वे कर रही है, जिसमें मोटोग्राफी, जीपीआर,और 3D मैपिंग मशीन इस्तमाल हो रहा है। अब तक सर्वे में ASI ने पूरे परिसर की मैपिंग के साथ तहखाने में भी प्रवेश कर चुकी है। अब तक की कार्रवाई में ASI ने 3 डी मैपिंग का काम पूरा कर लिया है। बड़ी बात यह है कि इस मैपिंग में जिस मशीन का प्रयोग किया गया है वो सैटेलाइट से जुड़ा हुआ है। सर्वे टीम में शामिल मुख्य वादी स्त्री राखी सिंह के वकील अनुपम द्विवेदी ने कहा कि एक मशीन है जिसका नाम जीएनएसएस है, वो सैटेलाइट से जुड़ी हुई है। इससे 3डी मैपिंग और स्कैनिंग की जा चुकी है। उसके बाद टीम ने अब व्यास जी के तहखाने में प्रवेश किया है, जहां प्राचीन मंदिरों के अवशेष मिले हैं।
तीसरे दिन के सर्वे के बाद आज रविवार को चौथा दिन है। हिन्दू पक्ष का बोलना है कि आज कुछ बड़ी तस्वीर सामने आ सकती है। बहरहाल ASI टीम जल्द ही जीपीआर सिस्टम का प्रयोग कर सकती है, जो और भी आधुनिक मानी जाती है, जिससे बड़े रहस्य से पर्दा उठ सकता है। उधर मुसलमान पक्ष ने जिलाधिकारी से मांग की है कि हिंदू पक्ष की तरफ से सर्वे को लेकर मीडिया में तरह-तरह के बयान दिए जा रहे हैं, जो कि ठीक नहीं है। हम सर्वे में पूरा योगदान कर रहे हैं। लिहाजा सर्वे को लेकर की जा रही बयानबाजी पर रोक लगनी चाहिए।