उत्तर प्रदेश

युवती को हल्द्वानी के युवक ने फेसबुक पर दोस्ती कर प्रेमजाल में फंसाया, गर्भवती होने पर शादी से इनकार, वीडियो वायरल

स्वार क्षेत्र की एक महिला को हल्द्वानी के पुरुष ने फेसबुक पर दोस्ती कर प्रेमजाल में फंसा लिया. इसके बाद विवाह का झांसा देकर शारीरिक संबंध बनाए, जिसके चलते वह गर्भवती हो गई. बाद में उसका जबरन गर्भपात करा दिया. महिला ने विवाह का दबाव बनाया तो उसने परिजनों के साथ मिलकर हाथापाई की और जान से धमकी देकर भगा दिया.

पुलिस अधीक्षक के आदेश पर प्रेमी सहित छह लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की गई है. कोतवाली क्षेत्र के एक मोहल्ला निवासी महिला का बोलना है कि लगभग तीन साल पहले सोशल मीडिया के माध्यम से वह निखिल सिंह निवासी गली नंबर तीन सरगम सिनेमा रामपुर रोड हल्द्वानी उत्तराखंड के संपर्क में आई थी.

दोनों के बीच वार्ता प्रारम्भ हुई और प्रेम प्रसंग चलने लगा. निखिल ने विवाह का वादा करके शारीरिक संबंध बनाए. इसके चलते वह गर्भवती हो गई. बाद में उसने जबरन गर्भपात करा दिया. इसके बाद विवाह करने से मुकर गया.

युवती ने मुद्दे की जानकारी जब निखिल के माता-पिता और जीजा को दी तो उन्होंने विवाह के लिए कुछ समय मांगा. महिला का इल्जाम है कि 23 जनवरी 2024 को निखिल उसके घर आया. तब वह घर में अकेली थी. निखिल ने उसके साथ बलात्कार किया और हाथापाई की.

अगले दिन उसे अपने साथ नैनीताल के भीमताल स्थित एक होटल लेकर पहुंचा जहां उसके माता-पिता और जीजा समेत दो अज्ञात पहले से उपस्थित थे. उन्होंने धमकी दी कि वह निखिल का पीछा छोड़ दे. सभी ने मिलकर हाथापाई की और उसे भगा दिया.

एसपी के आदेश पर स्वार पुलिस ने आरोपी पुरुष के पिता गोविंद सिंह, माता इंद्र सिंह और जीजा रोहित कुमार और दो अज्ञात के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की है. कोतवाल संदीप त्यागी ने बोला कि आरोपियों की गिरफ्तारी के कोशिश किए जा रहे हैं.

नर्स के वायरल वीडियो के मुद्दे में चार पर रिपोर्ट दर्ज

पटवाई में बीते दिनों सोशल मीडिया पर एक नर्स का वीडियो वायरल हुआ था. जिसमें नर्स ने हॉस्पिटल में कुछ पैसों में गर्भपात होने की बात कही थी. इस मुद्दे में बृहस्पतिवार की शाम को नोडल अधिकारी की कम्पलेन पर पुलिस ने दो नामजद और दो अज्ञात लोगों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज की है.

नोडल अधिकारी केके चहल ने बोला कि वीडियो वायरल होने के बाद जब हॉस्पिटल पर जांच करने पहुंचे तो वह बंद पाया गया. हॉस्पिटल संचालक से जब संपर्क किया गया तो उन्होंने कहा कि हॉस्पिटल एक माह पहले ही बंद किया जा चुका है. कहा कि वहां मेरी सहायिका रहती है.

जब उनसे संपर्क किया गया तो सहायिका ने कहा कि मुझे प्रभोलन देकर मुझसे गैरकानूनी वसूली की नीयत से गलत बयान दिलवाया गया और उसका वीडियो बनाकर वायरल कर दिया गया. पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर जांच प्रारम्भ कर दी.

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