कानपुर में बनेंगी वंदेभारत मेट्रो की असेम्बेल्ड बोगी
कानपुर: देश और दुनिया में जिस कानपुर की पहचान एक औद्योगिक नगरी के तौर पर है, उसी कानपुर में पहली बार राष्ट्र में चलाई जाने वाली वंदेभारत मेट्रो की असेम्बेल्ड बोगी बनेंगी। इसके लिए कानपुर के ही उद्यमी आरएन त्रिपाठी की औद्योगिक इकाई को रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला से पहला आर्डर मिल गया है। जिसमें उन्हें मार्च अंत तक एक रैक यानी करीब 32 असेम्बेल्ड बोगी बनाकर देनी होंगी। खास बात यह है, कि इस आर्डर के लिए सिर्फ़ पूरे राष्ट्र से कानपुर की औद्योगिक इकाई- वेद सेसोमैकेनिका को चुना गया है।
उद्यमी आरएन त्रिपाठी ने कहा कि वह पिछले करीब 20 वर्षों से शताब्दी, राजधानी समेत अन्य ट्रेनों के लिए बोगीफ्रेम और कोच तैयार कर रहे हैं। करीब छह माह पहले उन्हें वंदेभारत ट्रेन के लिए 800 असेम्बेल्ड बोगी बनाने का आर्डर (कुल दो) इंटीग्रल कोच फैक्ट्री चेन्नई से मिला था। जिसे 1.5 वर्ष के अंदर डिलीवर करना है। इस आर्डर का काम भी ईकाई में जारी है। उन्होंने बताया, कि इस आर्डर के भीतर हमें 21.5 रैक तैयार करनी होंगी। जिसमें करोड़ों रुपये का खर्च आएगा। वहीं, इससे पहले वह इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव के लिए बोगीफ्रेम बना चुके हैं।
वंदेभारत जैसा होगा वंदेभारत मेट्रो का पैटर्न
उद्यमी आरएन त्रिपाठी ने कहा कि राष्ट्र के जरूरी शहरों में अब कनेक्टिविटी विस्तार के लिए गवर्नमेंट ने वंदेभारत मेट्रो का संचालन प्रारम्भ करने की योजना बनाई है। इस योजना के भीतर जो ट्रेन चलेगी, उनका पैटर्न वंदेभारत जैसा होगा। जबकि संचालन मेट्रो की तरह होगा। इसलिए इसे वंदेभारत मेट्रो का नाम दिया गया है। उन्होंने कहा कि हमें जो आर्डर मिला है वह वंदेभारत मेट्रो की असेम्बेल्ड बोगी का पहला प्रोटोटाइप होगा।
इन अहम बिंदुओं को भी जानिए
भारतीय रेलवे की ये इकाईयां रेल निर्माण का काम देखती हैं। बीलडब्ल्यू वाराणसी- लोकोमोटिव का काम, सीएलडब्ल्यू चितरंजन- लोकोमोटिव का काम, मॉडर्न कोच फैक्ट्री रायबरेली- मेट्रो और पैसेंजर कोच का काम, रेल कोच फैक्ट्री कपूरथला- असेम्बेल्ड बोगी का काम, इंटीग्रल कोच फैक्ट्री चेन्नई- असेम्बेल्ड बोगी और बोगीफ्रेम बनाने का काम इनकी देख-रेख में किया जाता है।