उत्तर प्रदेश

एक बार फिर टला इरफान सोलंकी के खिलाफ सुनाया जाने वाला फैसला

Irfan Solanki Case: समाजवादी पार्टी के विधायक इरफान सोलंकी के विरुद्ध जाजमऊ आगजनी मुद्दे में एमपी-एमएलए सेशन न्यायालय में सुनाया जाने वाला निर्णय एक बार फिर टल गया है. विशेष न्यायाधीश के अवकाश पर होने के कारण मुकदमे में निर्णय नहीं आ सकेगा. वहीं आचार संहिता उल्लंघन मुद्दे में एमपी-एमएलए लोअर न्यायालय में इरफान को पेश किया गया है. कड़ी सुरक्षा में महाराजगंज कारावास से कानपुर पहुंचे इरफान अपने साथ धार्मिक पुस्तक भी लेकर आए थे. बिना कुछ कहे उन्होंने हाथ हिला कर सभी का अभिवादन किया. विधायक कहे दुआओं में याद रखना.

उधर, आचार संहिता उल्लघंन मुद्दे में अभियोजन ने एक अर्जी दी है. इस मुद्दे में अगली तारीख चार अप्रैल को लगी है. वहीं रंगदारी मुद्दे में विधायक के विरुद्ध चार्ज बना है. कानपुर के जाजमऊ में नजीर फातिमा के प्लाट में बनी झोपड़ी में आग लगाने के मुद्दे में समाजवादी पार्टी विधायक इरफान सोलंकी और उनके भाई रिजवान सोलंकी के विरुद्ध जाजमऊ पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज हुई थी. बाद में जाजमऊ पुलिस ने 10 और को आरोपित बनाया था. मंगलवार को एमपीएमएलए सेशन न्यायालय में 12 आरोपितों में से इरफान सोलंकी, रिजवान सोलंकी, शौकत पहलवान, इजराइल आटावाला और मोहम्मद शरीफ पर निर्णय सुनाया जाना था. अन्य सात आरोपियों की चार्जशीट बाद में आने के चलते उनकी अभी तक गवाही नहीं हो सकी है.

इरफान के नाम की दुआ किसने कराई पता लगा रही पुलिस
विधायक की रिहाई के लिए रविवार को पढ़ी गई दुआ का वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस एक्टिव हो गई है. विधायक के नाम की पर्ची किसने भिजवाई उसका पता लगाया जा रहा है. वायरल वीडियो हलीम मुसलमान इंटर कॉलेज ग्राउंड का कहा गया. तरावीह के बाद दुआओं में बोला गया ए अल्लाह, जिन पर नजायज मुकदमे दर्ज हुए हों, उन्हें बरी फरमा. बिलखुसूस हाजी इरफान सोलंकी की रिहाई अता फरमा. आपका अपना अखबार हिन्दुस्तान वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है. एडीशनल सीपी हरीश चन्दर ने कहा कि दुआओं के दौरान मौलाना के पास बहुत पर्चियां आती हैं और वह दुआएं बोलते चले जाते हैं. इरफान के नाम की पर्ची किसने भेजी जानकारी जुटाई जा रही है.

कचहरी परिसर में चाक चौबंद सुरक्षा 
इरफान सोलंकी को सजा सुनाए जाने के मद्देनजर न्यायालय परिसर में सुबह से ही कड़ी सुरक्षा व्‍यवस्‍था रही. हर गतिविधि को पुलिसकर्मी मोबाइल में कैद करती रही. न्यायालय के आसपास लगे नगर निगम के कैमरों का स्टेटस भी पुलिस ऑफिसरों ने सोमवार को चेक कराया था.  पुलिस फोर्स सुबह से ही तैनात कर दी गई थी. पुलिस कर्मियों से बोला गया था कि जो कोई भी इस दौरान माहौल खराब करने के कोशिश करे कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाए. पीएसी भी तैनाती की गई थी.

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