राष्ट्रीय

फंसे देश के ये बड़े दिग्गज, विदेशी लेन देन करना पड़ा मुश्किल

मुंबई: 2021 में पेंडोरा पेपर्स (Pandora Papers) के सामने आने के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) ऑफशोर फर्म से जुड़े हिंदुस्तानियों की गहराई से जांच कर रहा है इनमें अनिल अंबानी (Anil Ambani) से लेकर सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar), नीरा राडिया (Niira Radia) से लेकर गौतम सिंघानिया समेत कई भारतीय रडार पर हैं  पेंडोरा पेपर्स में 14 ऑफशोर सर्विस प्रोवाइडर के 11 9 मिलियन गुप्त दस्तावेजों का जिक्र है जिसमें ‘सुपर-रिच इंडियंस’ के अंतरराष्ट्रीय धन प्रवाह का विवरण दिया गया है  पेंडोरा पेपर्स सामने आने के बाद केंद्र गवर्नमेंट ने जांच का नेतृत्व करने के लिए मल्टी एजेंसी ग्रुप (एमएजी) की स्थापना की थी

डेरास कॉर्पोरशन के मालिक हैं गौतम

रेमंड लिमिटेड के अध्यक्ष और व्यवस्था निदेशक गौतम हरि सिंघानिया ने 2008 में बीवीआई में 2 कंपनियों का अधिग्रहण किया  एक है डेरास वर्ल्डवाइड कॉर्पोरेशन, जिसके वह फायदेमंद मालिक हैं  दूसरी लिंडनविले होल्डिंग्स लिमिटेड है जहां सिंघानिया और उनके पिता विजयपत सिंघानिया को शेयरधारक के रूप में दिखाया गया है  यह कंपनी 2016 में ख़त्म हो गई थी

जांच अब तक

गौतम सिंघानिया और उनके पिता विजयपत सिंघानिया को कम से कम 3 समन भेजे जा चुके हैं  पिता ने 27 अप्रैल 2023 को बयान दर्ज कराया, जिसमें उन्होंने डेरास से किसी भी तरह के संबंध से इनकार किया  दूसरे समन के उत्तर में गौतम सिंघानिया का बयान 1जून, 2023 को दर्ज किया गया था  आव्रजन ब्यूरो से रेमंड के मालिकों का यात्रा विवरण भी मांगा गया है

अनिल अंबानी 18 ऑफशोर कंपनियों के मालिक

पेंडोरा पेपर्स

एडीए समूह के अध्यक्ष अनिल अंबानी और उनके प्रतिनिधि जर्सी, ब्रिटिश वर्जिन द्वीप समूह और साइप्रस में 18 ऑफशोर कंपनियों के मालिक हैं  2007 और 2010 के बीच स्थापित इनमें से 7 कंपनियों ने उधार लिया और कम से कम 1 3 बिलियन $ का निवेश किया

यह भी पढ़ें

जांच अब तक

ईडी ने सभी संस्थाओं पर विवरण मांगा है  तीन भारतीय कंपनियों को निर्देश जारी किए गए हैं और एग्मोंट निवेदन एफआईयू- बीवीआई, साइप्रस और जर्सी को भेजे गए  फेमा के प्रावधानों के अनुसार अनिल अंबानी और उनकी पत्नी टीना अंबानी को समन भेज उनके बयान प्रवर्तन निदेशालय के मुंबईकार्यालय में दर्ज किए गए

नीरा राडिया, हरीश साल्वे के भी नाम

बावगुथु रघुराम शेट्टी, जॉन मैकमलम मार्शल शॉ (किरण मजूमदार शॉ के पति), ओम प्रकाश भारतिया और परिवार, नीरा राडिया, हरीश साल्वे, गज सिंह, गौरव बर्मन, अरविंद सिंह मेवाड़, समीर थापर, ललित गोयल, मालविंदर सिंह-शिविंदर सिंह, संजय चंद्रा / प्रीति चंद्रा, इकबाल मिर्ची और परिवार, कपिल-धीरज वधावन, बकुल नाथ-राजीव सक्सेना

BBI इंटरनेशनल के मालिक हैं सचिन

पेंडोरा पेपर्स

तेंदुलकर और उनके परिवार के सदस्य बीवीआई कंपनी सास इंटरनेशनल लिमिटेड के फायदेमंद मालिक थे  कंपनी का पहला संदर्भ 2007 में मिलता है जब पनामा पेपर्स सामने आने के तुरंत बाद 2016 में सास इंटरनेशनल को बंद कर दिया गया था  जब परिसमापन हुआ तो कंपनी के शेयर शेयरधारकों तेंदुलकर, उनकी पत्नी अंजलि तेंदुलकर और उनके पिता द्वारा वापस खरीद लिए गए  तेंदुलकर के कार्यालय के ऑफिसरों ने तब बीवीआई निवेश को वैध कहा था

जांच अब तक

फेमा का इस्तेमाल कर आईटीआर विवरण के लिए इनकम टैक्स को एक पत्र भेजा गया  सास पर जानकारी मांगने के लिए तेंदुलकर की कंपनी के सीईओ और उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट को निर्देश भेजे गए  एक एग्मोंट निवेदन बीवीआई के एफआईयू को भेजा गया है  आगे की जांच जारी है

Related Articles

Back to top button