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PM मोदी : राजनीति में कुछ को बार-बार लॉन्च करने की जरूरत पड़ती है जबकि…

PM Narendra Modi: चाहे संसद हो कोई चुनावी सभा हो या फिर कोई कार्यक्रम हो, प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी अपने विरोधियों पर निशाना साधने से नहीं चूकते हैं. इसी कड़ी में उन्होंने एक बाद फिर कांग्रेस पार्टी नेता राहुल गांधी पर तगड़ा तंज कस दिया है. पीएम ने बुधवार को बोला कि राजनीति में कुछ को बार-बार लॉन्च करने की आवश्यकता पड़ती है जबकि स्टार्ट-अप की दुनिया में जब कोई एक असफल होता है तो इस स्थिति में दूसरा रास्ता अख्तियार कर लेता है. प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी का यह तंज राहुल गांधी का इस संदर्भ में आया है क्योंकि हाल ही में उनकी हिंदुस्तान जोड़ो यात्रा का समाप्ति हुआ है.

असल में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी हिंदुस्तान मंडपम में चल रहे ‘स्टार्टअप महाकुंभ’ को संबोधित कर रहे थे. उन्होंने बोला कि राष्ट्र 2047 के विकसित हिंदुस्तान के रोडमैप पर काम कर रहा है, ऐसे समय में स्टार्ट अप महाकुंभ का बहुत महत्व है.

‘स्टार्ट-अप लॉन्च तो बहुत लोग करते हैं..
पीएम ने स्टार्ट-अप महाकुंभ में किसी का नाम लिए बिना स्टार्ट-अप और राजनीति की तुलना करते हुए कहा, ‘‘स्टार्ट-अप लॉन्च तो बहुत लोग करते हैं, राजनीति में तो ज्यादा… और बार-बार लॉन्च करना पड़ता है. आप में और उनमें फर्क ये है कि आप लोग प्रयोगशील होते हैं, एक यदि लॉन्च नहीं हुआ तो तुरंत दूसरे पर चले जाते हैं.

अपने संबोधन में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने बोला कि बीते दशकों में हिंदुस्तान ने IT और सोफ्टवेयर सेक्टर में अपनी छाप छोड़ी है. अब हम हिंदुस्तान में इनोवेशन और स्टार्टअप कल्चर का ट्रेंड लगातार बढ़ता हुआ देख रहे हैं. मोदी ने लगातार तीसरी बार सत्ता में लौटने और एक अप्रैल, 2024 से प्रारम्भ होने वाले वित्तीय साल के लिए पूर्ण बजट पेश करने का विश्वास जताया.

अगले पांच वर्ष में क्या होने जा रहा?
उन्होंने बोला कि सामान्य स्थिति में व्यवसायी चुनाव संपन्न होने तक बड़े आयोजनों को टाल देते हैं लेकिन आम चुनावों की घोषणा के कुछ दिन बाद तीन दिवसीय महाकुंभ में स्टार्ट-अप उद्यमियों और उस पारिस्थितिकी तंत्र से जुड़े लोगों का विशाल जमावड़ा आने वाली चीजों का संकेत है. उन्होंने 19 अप्रैल से चार जून तक होने वाले आम चुनावों के बाद भी शासन में बने रहने का विश्वास जताते हुए कहा, ‘‘आप जानते हैं कि अगले पांच वर्ष में क्या होने जा रहा है.’’

प्रधानमंत्री ने बोला कि 2014 में जहां 100 से भी कम स्टार्ट-अप थे, वहीं अब राष्ट्र में 1.25 लाख दर्ज़ स्टार्ट-अप हैं और 12 लाख युवा उनसे सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं. हिंदुस्तान आज दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र है. हमारे पास 100 से अधिक यूनिकॉर्न हैं. भारतीय स्टार्ट-अप ने 12,000 से अधिक पेटेंट दाखिल किए हैं लेकिन अभी भी कई ऐसे हैं जो पेटेंट के महत्व को समझ नहीं पाए हैं.

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