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लोकसभा चुनाव से पहले सपा ने रामपुर-मुरादाबाद सीट पर उतारें दो-दो उम्मीदवार

उत्तर प्रदेश न्यूज डेस्क : लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने का बुधवार को अंतिम दिन है, लेकिन उत्तर प्रदेश की दो सीटें ऐसी हैं, जहां पूरे दिन समाजवादी पार्टी बनाम समाजवादी पार्टी का माहौल रहा. पूरे दिन यही असमंजस की स्थिति रही कि रामपुर और मुरादाबाद लोकसभा सीट से सपा का आधिकारिक उम्मीदवार कौन है? इस प्रश्न का उत्तर जानना महत्वपूर्ण था क्योंकि आज दोपहर 3 बजे तक नामांकन दाखिल करना था और अखिलेश यादव तय नहीं कर पा रहे थे कि इन दोनों सीटों पर किसे मैदान में उतारा जाए हालांकि, बाद में पार्टी नेतृत्व ने मुरादाबाद से मौजूदा सांसद एसटी हसन का टिकट रद्द कर दिया और रुचि वीरा को और रामपुर से मुहिबुल्लाह नदवी को अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया.

ऐसी स्थिति क्यों उत्पन्न हुई?

दरअसल यह स्थिति तब पैदा हुई जब एसटी हसन ने अपना नाम घोषित करने के बाद मुरादाबाद सीट से अपनी उम्मीदवारी दाखिल कर दी, लेकिन बुधवार को रुचि वीरा ने भी समाजवादी पार्टी के टिकट पर अपनी उम्मीदवारी दाखिल कर दी ऐसी ही स्थिति रामपुर में उत्पन्न हुई और दोनों सीटों पर समाजवादी पार्टी प्रत्याशी होने का दावा करने वाले दो प्रत्याशियों द्वारा नामांकन पत्र दाखिल करने से पूरे दिन असमंजस की स्थिति बनी रही. रामपुर से लोकसभा उपचुनाव लड़ चुके आसिम रजा ने इस बार स्वयं को समाजवादी पार्टी प्रत्याशी बताते हुए पर्चा दाखिल किया है. वहीं, मुहिबुल्लाह नदवी ने भी यही दावा करते हुए अपनी उम्मीदवारी दाखिल की उधर, मुरादाबाद में पार्टी नेता रुचि वीरा को समाजवादी पार्टी प्रत्याशी बनाए जाने के बाद बवाल मच गया. इससे पहले मंगलवार को मुरादाबाद के मौजूदा समाजवादी पार्टी सांसद एस टी. हसन ने भी समाजवादी पार्टी प्रत्याशी के रूप में पर्चा भरा.

लंबे समय बाद सपा ने सब कुछ खुलासा कर दिया है

हालांकि, शाम को पार्टी नेतृत्व ने स्थिति साफ कर दी. पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने कहा कि मुरादाबाद के सांसद एसटी हसन का टिकट काट दिया गया है और उनकी स्थान बिजनौर की पूर्व विधायक रुचि वीरा को पार्टी का आधिकारिक उम्मीदवार बनाया गया है इसके अतिरिक्त मुहिबुल्लाह नदवी रामपुर से पार्टी के उम्मीदवार हैं नदवी दिल्ली में संसद मार्ग स्थित जामा मस्जिद के इमाम हैं. समाजवादी पार्टी नेता ने यह भी माना कि आरंभ में दोनों सीटों पर उम्मीदवारों को लेकर कुछ संशय था, लेकिन बाद में इसे दूर कर लिया गया

नदवी बनाम रजा

नामांकन दाखिल करने के बाद रामपुर से समाजवादी पार्टी प्रत्याशी नदवी ने मीडिया से कहा, ”सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव जी ने मुझे भेजा है आजम खान भी मेरे हमदर्द हैं और मैं उनके लिए प्रार्थना कर रहा हूं मैंने सपा से अपना नामांकन दाखिल कर दिया है और मैं हूं भी” साइकिल चुनाव चिह्न मिला रामपुर सीट से समाजवादी पार्टी उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल करने वाले असीम राजा ने मीडिया को बताया, “हमने सपा के उम्मीदवार के रूप में अपना नामांकन दाखिल कर दिया है. कौन चुनाव लड़ेगा इसका निर्णय 30 मार्च (नामांकन वापसी की तारीख) को किया जाएगा.” होगा.” यह पूछे जाने पर कि उनके साथ मुहिबुल्लाह नदवी ने भी रामपुर से समाजवादी पार्टी उम्मीदवार के रूप में नामांकन दाखिल किया है, रजा ने कहा, “मैं कहता हूं कि 20 लोगों को नामांकन दाखिल करना चाहिए… इससे क्या होगा. अगली 30 तारीख.” सब कुछ हो जायेगा आखिरी रूप दिया जाएगा.

वहीं, पार्टी नेता रुचि वीरा ने मुरादाबाद लोकसभा सीट से अपनी उम्मीदवारी दाखिल की है पत्रकारों से वार्ता में उन्होंने बोला कि पार्टी नेतृत्व ने उन्हें टिकट दिया है, इसलिए वे अपनी उम्मीदवारी दाखिल करने आये हैं यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें पार्टी का चुनाव चिह्न मिल गया है, रुचि वीरा ने कहा, ‘हमें चिह्न मिलेगा‘ मुरादाबाद सीट से एसटी हसन के नामांकन पर उन्होंने बोला कि इस बारे में पार्टी नेतृत्व से पूछें वह मेरे प्रतिद्वंद्वी नहीं बल्कि मेरे बड़े भाई हैं.

आजम खान की किरदार भी अहम है

रुचि वीरा समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खान की भी करीबी मानी जाती हैं. इस पूरे मुद्दे में आजम खान की किरदार बहुत अहम है क्योंकि खबरें हैं कि आजम खान ने अखिलेश यादव से रामपुर से चुनाव लड़ने के लिए बोला था, लेकिन अखिलेश यादव ने उनकी मांग नहीं मानी और 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया इससे नाराज आजम खान ने चुनाव बहिष्कार की चेतावनी भी दी रामपुर में आजम समर्थकों ने चुनाव बहिष्कार का घोषणा किया है

समाजवादी पार्टी के रामपुर जिला अध्यक्ष अजय सागर ने घोषणा की कि उनकी पार्टी रामपुर में लोकसभा चुनाव का बहिष्कार करेगी सागर और कारावास में बंद नेता आजम खान के नाम से जारी एक बयान में सत्तारूढ़ बीजेपी पर चुनावी उल्लंघनों और समाजवादी पार्टी नेताओं के विरुद्ध ज्यादती का इल्जाम लगाया गया है. सागर ने कहा, ”उपचुनाव में सपा के कार्यकर्ताओं के प्रति प्रशासन के रवैये के कारण हम अपने नेता आजम खान साहब के आदेश पर चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं. साथ ही हमें होने वाली समस्याओं और स्त्रियों पर हो रहे अत्याचार के कारण भी हम चुनाव का बहिष्कार कर रहे हैं.” चुनाव में हिस्सा नहीं लूंगाबताया जा रहा है कि ऐसी चेतावनियों से नाराज अखिलेश यादव ने भी राष्ट्रीय अध्यक्ष होने का पूरा दमखम दिखाया है और उत्तर में रामपुर से आजम के किसी करीबी को टिकट न देकर नदवी को दिल्ली से लाकर चुनाव लड़ाने का निर्णय किया है

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