अंडरवाटर मेट्रो की वजह से फेरी सेवा में लगभग 25 प्रतिशत की आई कमी
हावड़ा, मनोरंजन सिंह : पश्चिम बंगाल के हावड़ा मैदान (Howrah Maidan) से एस्प्लानेड के लिए अंडरवाटर मेट्रो प्रारम्भ होने से हुगली नदी जलपथ परिवहन पर व्यापक असर पड़ा है। चार दिनों में ही स्टीमर यात्रियों की संख्या में गिरावट आ गयी है। सूत्रों के अनुसार, हावड़ा-बाबूघाट, हावड़ा-फेयर्ली (मिलेनियम पार्क) रूट की फेरी सेवा में यात्रियों की संख्या में लगभग 25 फीसदी की कमी आयी है। हावड़ा से सियालदह और सॉल्टलेक तक मेट्रो सेवा प्रारम्भ होने से स्टीमर यात्रियों की संख्या और घट सकती है। हुगली नदी जलपथ परिवहन समवाय समिति के अधिकारी इससे चिंतित हैं। ऐसी स्थिति में जलपथ परिवहन की आय घट सकती है।
दो रूटों में फेरी सर्विस अभी बंद
हुगली नदी जलपथ परिवहन समवाय समिति के नेतृत्व में आठ रूटों पर फेरी सेवा संचालित की जाती हैं। इन रूटों में हावड़ा से गोलाबाड़ी-अहिरीटोला-शोभाबाजार-बागबाजार, हावड़ा से अर्मेनियन घाट, हावड़ा से फेयर्ली, हावड़ा से बाबूघाट, बाबूघाट से रामकृष्णपुर-शिवपुर, नाजिरगंज-मटियाबुर्ज, बाउड़िया-बजबज, गदियारा-गेउंखाली,-नुरपुर शामिल हैं। अभी हावड़ा-फेयर्ली रूट में फेरी सेवा बंद है। इसकी वजह लंच का अभाव कहा जा रहा है। बाबूघाट-रामकृष्णपुर-शिवपुर रूट में भी जेटी टूटने की घटना के बाद से फेरी सेवा बंद है। हावड़ा से बाबूघाट, हावड़ा से मिलेनियम पार्क-फेयर्ली रूट में यात्रियों की संख्या में कमी आयी है।
कैसे होगी भरपायी, योजना बना रहे अधिकारी
हुगली नदी जलपथ परिवहन समवाय समिति के ऑफिसरों का मानना है कि हावड़ा-शोभाबाजार, बागबाजार रूटों में यात्रियों की संख्या सबसे अधिक है। इन रूटों पर फेरी सेवा की संख्या बढ़ाने से यात्रियों की संख्या में आयी कमी की भरपायी हो सकती है। उन रूटों में अधिक फेरी सेवा होने से यात्रियों की संख्या बढ़ सकती है। साथ ही फेरी सेवा चालू रखने के लिए अन्य वैकल्पिक प्रबंध के बारे में भी अधिकारी सोच-विचार रहे हैं। ताकि जिन रूटों में यात्रियों की संख्या कम हो रही है, वहां लंच की संख्या घटना अन्य नये रूटों में भी फेरी सेवा चालू की जा सके। इस पर समीक्षा चल रही है।