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यदि इन दो नंबरों से आ रही हैं कॉल, पाक से हो रहा है साइबर अटैक

नई दिल्ली भारतीय सेना ने विद्यालय जाने वाले बच्चों के लिए साइबर सुरक्षा खतरे को लेकर चेतावनी जारी की है यह साइबर धावा पाक से हो रहा है मीडिया में रिपोर्ट आने के बाद यह बात सामने आई है कि पाकिस्तानी खुफिया एजेंट सेना के विद्यालय के विद्यार्थियों से जानकारी जुटाने की प्रयास कर रहे थे

यह खुफिया एजेंट विद्यार्थियों से उनके माता-पिता से जुड़ी जानकारी मांग रहे थे और वॉट्सऐप ग्रुप में शामिल होने के लिए प्रश्न भी पूछ रहे थे रिपोर्ट में कहा गया है कि सेना ने बोला था कि बीते कल से राष्ट्र भर के विद्यार्थियों के पास पाकिस्तानी खुफिया संचालक(एजेंट) की ओर से वॉटसऐप मैसेज और कॉल आ रही हैं

दो नंबरों से आ रही हैं कॉल
सूत्रों का हवाला देते हुए, हिंदुस्तान टाइम्स ने बताया, “सोमवार से, विद्यार्थियों को दो नंबरों से पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों से कॉल और वॉटसऐप संदेश मिल रहे हैं, ये नंबर हैं – 8617321715, 962226216. कथित तौर पर कॉलर बच्चों से शिक्षक बन कर बात करते हैं और बच्चों से वन टाइम पासवर्ड जैसी जानकारी मांगते हैं, ताकि उन्हें वॉट्सऐप ग्रुप में शामिल होने की अनुमति मिल सके वे कॉल के दौरान ऐसे आदमी के बारे में मैसेज या बात करते हैं जिसे युवा जानता हो

 पाकिस्तानी खुफिया एजेंटों का टारगेट स्कूली छात्र
भारतीय सेना के आधिकारिक बयान में बोला गया है,”पाकिस्तानी खुफिया एजेंट एकदम नए तरह के साइबर हमले का सहारा ले रहे हैं, जहां पर उनका ध्यान स्कूली विद्यार्थियों पर केंद्रित है सेना ने इसे घातक हरकत कहा है, जिस पर तुरंत ध्यान दिए जाने की आवश्यकता है क्योंकि इस तरह की घटनाओं से राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ समझौता होने की संभावना है

 सीमावर्ती इलाकों के विद्यार्थी पहला निशाना
सीमावर्ती क्षेत्र जहां घुसपैठ के कोशिश अधिक होते हैं, वहां पर रहने वाले विद्यार्थी इनके निशाने पर प्रमुखता से हैं हैकर्स अहम जानकारी जुटाने के लिए संवेदनशील इलाकों से इन क्षेत्रों की निकटता का फायदा उठाना चाहते हैं ऑफिसरों ने यह भी राय दी है कि पर्सनल और संस्थागत दोनों स्तरों पर साइबर सुरक्षा ज्ञान और सुरक्षात्मक तरीकों को लेकर जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता पर ध्यान दिया जाना चाहिए इंडियन आर्मी के एक प्रवक्ता ने कहा, “हम स्थिति पर बारीकी से नजर रख रहे हैं और इन साइबर खतरों का कारगर ढंग से मुकाबला करने के लिए संबंधित ऑफिसरों के साथ सामंजस्य बनाए हुए हैं माता-पिता और विद्यालयों को चाहिए कि वह विद्यार्थियों को उत्तरदायी औनलाइन व्यवहार और किसी भी संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट करने के बारे में शिक्षित करें

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