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प्रज्वल रेवन्ना मामले में राहुल गांधी ने CM सिद्धारमैया को लिखा पत्र, की ये अपील

Prajwal Revanna case : कांग्रेस पार्टी नेता राहुल गांधी ने कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया को पत्र लिखकर जनता दल सेक्युलर (JD-S) के नेता प्रज्वल रेवन्ना के उत्पीड़न का शिकार हुईं पीड़िताओं को हरसंभव सहायता देने को बोला है.

पार्टी के पूर्व अध्यक्ष ने सिद्धरमैया को लिखे पत्र में कर्नाटक के सांसद रेवन्ना के कृत्यों की आलोचना की और उनके ऊपर पीएम नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का हाथ होने का इल्जाम लगाया. कांग्रेस पार्टी नेता ने बोला कि उन्होंने अभी तक ऐसा जनप्रतिनिधि नहीं देखा, जिसने स्त्रियों के विरुद्ध अत्याचार के मामलों पर लगातार खामोशी साधे रखी हो.

उन्होंने बोला कि वे हमारी करुणा और एकजुटता की पात्र हैं क्योंकि वे इन्साफ के लिए अपनी लड़ाई लड़ रही हैं. यह सुनिश्चित करना हमारा सामूहिक कर्तव्य है कि इन जघन्य अपराधों के लिए उत्तरदायी सभी लोगों को सजा दी जाए.

संबंधित घटनाओं को भयावह यौन अत्याचार करार देते हुए गांधी ने इल्जाम लगाया कि प्रज्वल रेवन्ना ने बीते कई सालों में सैकड़ों स्त्रियों का यौन उत्पीड़न किया और उनका वीडियो बनाया. उनमें से कई महिलाएं, जो उन्हें भाई और बेटे के रूप में देखती थीं, उनके साथ भी हिंसक ढंग से क्रूरता की गई और उनकी गरिमा को ठेस पहुं‍चाई गई. हमारी माताओं और बहनों से बलात्कार के लिए सबसे कठोर सजा दिए जाने की जरूरत है.

कांग्रेस नेता ने बोला कि मुझे यह जानकर गहरा सदमा लगा कि दिसंबर 2023 में जी देवराजे गौड़ा ने प्रज्वल रेवन्ना की हरकतों, विशेष रूप से उनके यौन अत्याचार के इतिहास और वीडियो के बारे में हमारे गृह मंत्री अमित शाह को कहा था. इससे भी अधिक चौंकाने वाली बात यह है कि केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को इन वीभत्स आरोपों की जानकारी थी लेकिन इसके बावजूद मोदी ने एक दुष्कर्मी के लिए प्रचार किया.

राहुल गांधी ने बोला कि केंद्र गवर्नमेंट ने जानबूझकर रेवन्ना को हिंदुस्तान से भागने दिया ताकि जांच को हानि पहुंचाया जा सके. इन अपराधों की प्रकृति को देखते हुए और पीएम और गृह मंत्री का सिर पर हाथ होने से जद-एस नेता को मिले लाभ की कड़ी आलोचना होनी चाहिए.

उन्होंने इल्जाम लगाया कि अपने दो दशकों के जनसेवा इतिहास में मैंने कभी ऐसा वरिष्ठ जनप्रतिनिधि नहीं देखा, जिसने स्त्रियों के विरुद्ध अत्याचार पर लगातार खामोशी साधे रखी हो. हरियाणा की हमारी पहलवानों से लेकर मणिपुर की हमारी बहनों तक सभी भारतीय स्त्रियों को ऐसे अपराधियों को पीएम के मौन समर्थन का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है.

उन्होंने बोला कि मैं जानता हूं कि कर्नाटक गवर्नमेंट ने इन गंभीर आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया है और पीएम से प्रज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने और उन्हें जल्द से जल्द हिंदुस्तान लाए जाने का निवेदन भी किया है.

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