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मंगल के राज में अमंगल का खतरा…युद्ध की आशंका के बीच इन राशियों को परेशानियों का करना पड़ेंगा सामना

नैनीताल : हिंदू पंचांग के मुताबिक नववर्ष का आगाज 1 जनवरी से नहीं बल्कि चैत्र मास की शुक्ल प्रतिपदा से होता है जो आमतौर पर अंग्रेजी कैलेंडर के मुताबिक अक्सर मार्च- अप्रैल माह में आता है हिंदू नववर्ष यानी विक्रम संवत 2081 इस साल 9 अप्रैल यानी मंगलवार से प्रारम्भ होने जा रहा है शास्त्रों में कुल 60 संवत्सर बताए गए हैं हिंदू नववर्ष को लेकर आचार्य पंडित प्रकाश जोशी ने मीडिया से खास वार्ता के दौरान कहा कि नव साल के प्रथम दिन के स्वामी को उस साल का स्वामी मानते हैं अतः इस बार मंगल राजा होंगे हिंदू पंचांग की गणना सूर्य और चंद्रमा के मुताबिक होती है दुनिया के अनेक कैलेंडर किसी न किसी रूप में हिंदू पंचांग का ही अनुसरण करते हैं

पंडित प्रकाश जोशी बताते हैं कि हिंदू पंचांग और काल निर्धारण का आधार विक्रम संवत ही हैं जिसकी आरंभ मध्य प्रदेश की उज्जैन नगरी से हुई यह भारतीय कैलेंडर राजा विक्रमादित्य के शासन काल में जारी हुआ था तभी इसे विक्रम संवत के नाम से भी जाना जाता है विक्रमादित्य की जीत के बाद जब उनका राज्यारोहण हुआ तब उन्होंने अपनी प्रजा के अनेक ऋणों को माफ करने की घोषणा करने के साथ ही भारतीय कैलेंडर को जारी किया इसे विक्रम संवत नाम दिया गया

युद्ध की प्रबल आशंका
पंडित प्रकाश जोशी बताते हैं कि 9 अप्रैल 2024 को आने वाला नया संवत्सर “कालयुक्त” नामक संवत्सर है इसमें प्रजा तथा सभी जीव सुखी रहेंगे धन-धान्य की पैदावार भी प्रचुर होगी परंतु राजनेताओं में परस्पर विरोध, वर्षा कम और व्यापार में मंदी चैत्र एवं वैशाख में बीमारी तथा कष्ट और उत्तरी क्षेत्र में राष्ट्र भंग, जेष्ठ में धान्य संग्रह से लाभ, आषाढ़ में वर्षा में कमी, जनजीवन कष्ट में और मार्ग में परेशानियां, श्रावण मास में अधिक वर्षा, भाद्रपद में खंड वृष्टि और प्राकृतिक आपदाएं, आश्विन में बीमारी विशेष से कष्ट, रस पदार्थ महंगे और धातुएं सम, कार्तिक आदि पांच मासों में युद्ध से नुकसान और चौपाइयों में बीमारी व्याधियां होंगी

इन राशियों में पड़ेगा प्रभाव : पंडित प्रकाश जोशी बताते हैं कि नए वर्ष के स्वामी मंगल होंगे इस नए वर्ष में इन 5 राशि के जातकों को परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है

मेष राशि : मेष राशि वालों के लिए साल में प्रथम मास में भय एवं कष्ट, तत्पश्चात गुरु की कृपा दृष्टि से नवीन तथा रुके हुए धन फायदा से मार्ग प्रशस्त होंगे भौतिक सुख संसाधनों में वृद्धि होगी स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनेगी आषाढ़, अश्विन तथा फाल्गुन में कार्य सिद्धि शनि एवं राहु के अशुभ फलों में न्यूनता के लिए जप दान करना श्रेष्ठ रहेगा

वृषभ राशि : वृषभ राशि वालों का साल सामान्य फलदायक होगा पारिवारिक समस्याओं से जूझना पड़ेगा एकादश राहु समय-समय पर वित्त होगा स्वयं एवं संतान की पदोन्नति से जहां मन प्रसन्न रहेगा वहीं वैमनस्य तथा धन नुकसान से मानसिक कष्ट भी होगा चैत्र सावन तथा कार्तिक माह शुभ फल प्रद रहेंगे गुरु शनि एवं केतु के जप दान से अशुभ असर में कमी होगी

वृश्चिक राशि : वृश्चिक राशि वालों का साल शनि की ढैया से प्रायः साल भर प्रभावित रहेगा चल-अचल संपत्ति में निवेश करना अच्छा रहेगा यश एवं सम्मान की दृष्टि से साल शुभ रहेगा दुश्मन प्रबल होंगे परंतु स्वयं ही परस्त भी होंगे वैशाख आश्विन एवं माघ मास शुभ फल प्रद रहेंगे शनि और राहु का जप दान तथा हनुमान जी की आराधना शुभ फल प्रद रहेगी

मकर राशि : मकर राशि के जातक शनि की साढ़ेसाती के असर से 29 मार्च 2025 तक प्रभावित रहेंगे धन नुकसान दुर्घटनाएं एवं मानसिक तनाव होने की संभावना पूरे वर्ष भर बनी रहेगी आषाढ़ ,मार्गशीर्ष और चैत्र मास में शुभ रिज़ल्ट मिलेंगे शनि और केतु ग्रह के जप दान तथा शिव आराधना से अशुभ फलों का परिहार संभव होगा

कुंभ राशि : कुंभ राशि वालों का साल सामान्य फल कारक रहेगा प्रिय जनों से दूरी बढ़ेगी आर्थिक मानसिक एवं शारीरिक कष्ट प्रायः साल भर रहेगा अकारण भ्रमण कार्यक्रम तथा दुश्मन बाधा से मन व्यथित रहेगा जमीन जायदाद एवं भवन में निवेश करना अच्छा रहेगा वैशाख, सावन तथा पौष मास में जरूरी कार्य सिद्ध करें गुरु शनि राहु तथा केतु का जप दान एवं हनुमान जी की आराधना करने से अशुभ फलों से राहत मिलेगी

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