रांची में विद्यार्थियों को ब्रिटेन और आयरलैंड जाने का सपना होगा सच

रांची में विद्यार्थियों को ब्रिटेन और आयरलैंड जाने का सपना होगा सच

रांची होनहार विद्यार्थी कई बार टॉपर होने के बावजूद विदेश में जाकर पढ़ाई का सपना नहीं देख पाते कभी आर्थिक तंगी तो कभी अन्य कठिनाई विदेश जाने से रोक लेती है लेकिन मास्टर और एम फिल करने के लिए अब ब्रिटेन और आयरलैंड जाने का विद्यार्थियों का सपना सच हो सकता है क्योंकि मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा स्कालरशिप तीसरे वर्ष में प्रवेश कर चुकी है

इस स्कॉलरशिप के जरिए बच्चे विदेश जाकर मास्टर की पढ़ाई कर सकते हैं सरकार की ऑफिशियल वेबसाइट में जारी नोटिफिकेशन के अनुसार, स्कॉलरशिप के लिए 17 मार्च से बच्चे आवेदन कर सकते हैं आवेदन की आखिरी तारीख 15 मई है इस स्कॉलरशिप के लिए औनलाइन आवेदन करना होगा

आपके शहर से (रांची)

राज्य गवर्नमेंट दे रही स्कॉलरशिप

मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा के नाम पर इस स्कॉलरशिप की आरंभ हेमंत सोरेन की गवर्नमेंट ने वर्ष 2021 में की थी इस स्कॉलरशिप के जरिए एसटी, एससी, ओबीसी और माइनॉरिटी कैटेगरी के स्टूडेंट ब्रिटेन और आयरलैंड के 110 यूनिवर्सिटी में 31 विभिन्न विषयों में मास्टर और एमफिल कर सकते हैं

इस स्कॉलरशिप के जरिए पहले वर्ष 6 स्टूडेंट को गवर्नमेंट अपने खर्चे पर पढ़ाई के लिए ब्रिटेन भेजी थी गवर्नमेंट सलाना 16 करोड़ का बजट इस योजना के लिए रखी है

ऐसे करें आवेदन

स्कॉलरशिप प्राप्त करने के लिए 17 मार्च से 15 मई तक आवेदन कर सकते हैं जारी नोटिफिकेशन में बोला गया है कि राज्य के अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अल्पसंख्यक और पिछड़ा वर्ग के स्टूडेंट स्कॉलरशिप के लिए आवेदन करेंगे

आवेदन वेबसाइट www.mgos.jharkhand.gov.in के जरिए करना होगा साथ ही अधिक जानकारी के लिए कल्याण कंपलेक्स, मोराबादी रांची स्थित आदिवासी कल्याण आयुक्त के कार्यालय विद्यार्थी जा सकते हैं आवेदन करने के लिए आधार कार्ड, स्थाई प्रमाण पत्र, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र, शैक्षिक योग्यता से संबंधित दस्तावेज, बैंक खाता, पासपोर्ट साइज फोटो और मोबाइल नंबर देना होता है

इन विषयों में कर सकते हैं पढ़ाई

विद्यार्थी इन विषयों में पढ़ाई कर सकते हैं जैसे एंथ्रोपोलॉजी, सोशियोलॉजी, एग्रीकल्चर, आर्ट एंड कल्चर, डेवलपमेंट स्टडीज, इकोनॉमिक्स एजुकेशन, क्लाइमेट चेंज, फॉरेस्ट कंजर्वेशन एंड इकोलॉजी, ग्लोबल पीस, इंटरनेशनल रिलेशन, पॉलिटिकल साइंस, मीडिया एंड कम्युनिकेशन, पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन, पब्लिक हेल्थ पॉलिसी आदि