अंतर्राष्ट्रीय

राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को अब अपनी कुर्सी गंवाने का खतरा मंडराया

भारत और मालदीव के बीच पिछले कुछ समय से टकराव चल रहा है. भारतीय सैनिकों को हिंदुस्तान भेजने के राष्ट्रपति मुइज्जू के निर्णय पर भी टकराव सामने आया है अब एक नया टकराव खड़ा हो गया है मालदीव के राष्ट्रपति मो मुइज्जू की कुर्सी खतरे में है मुइज्जू के विरुद्ध करप्शन की रिपोर्ट लीक होने से मालदीव में टकराव पैदा हो गया है विपक्ष ने मुइज्जू के विरुद्ध महाभियोग चलाने की मांग प्रारम्भ कर दी है जिससे मोइज्जू की मुश्किलें बढ़ गई हैं

भारत के विरुद्ध मोर्चा खोलने वाले मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू को अब अपनी कुर्सी गंवाने का खतरा मंडरा रहा है. आपको बता दें कि मालदीव में संसदीय चुनाव से पहले राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू द्वारा 2018 से किए गए कथित करप्शन की रिपोर्ट लीक होने के बाद विपक्षी ताकतों ने मुद्दे की जांच और उन पर महाभियोग चलाने की मांग प्रारम्भ कर दी है, जबकि राष्ट्रपति ने इस इल्जाम से इनकार किया है | किया किया. मालदीव में रविवार को मजलिस (संसद) के चुनाव होने हैं और मुख्य विपक्षी मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) और मुइज्जू पीपुल्स नेशनल कांग्रेस पार्टी (पीएनसी) के बीच आरोप-प्रत्यारोप तेज हो गए हैं.

रिपोर्ट पर मालदीव में हंगामा

जानकारी के मुताबिक, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक गुमनाम हैंडल ‘हसन कुरुसी’ की एक पोस्ट ने सोमवार को राष्ट्र में सियासी तूफान खड़ा कर दिया. पोस्ट में मालदीव पुलिस सेवा और मालदीव मौद्रिक प्राधिकरण की वित्तीय खुफिया इकाई द्वारा तैयार किए गए दस्तावेजों सहित खुफिया रिपोर्टें लीक हो गईं, जो कथित तौर पर राष्ट्रपति मुइज्जू से संबंधित थीं. 2018 की इन रिपोर्टों में राष्ट्रपति मुइज्जू के निजी बैंक खाते में धन हस्तांतरण में अनियमितताओं का दावा किया गया था.

मुइज्जू पर वित्तीय अनियमितता का इल्जाम है

रिपोर्ट में वित्तीय कदाचार के 10 जरूरी सूचकांकों पर प्रकाश डाला गया है. सूत्रों ने बोला कि सूचकांक सियासी रूप से जुड़े व्यक्तियों की संलिप्तता, गबन, वित्तीय लेनदेन को छिपाने के लिए कॉर्पोरेट निकायों के इस्तेमाल आदि को दर्शाता है. इन आरोपों ने राष्ट्र में सियासी तूफान खड़ा कर दिया और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर प्रतिक्रियाएं आने लगीं. मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी और पीपुल्स नेशनल फ्रंट ने पूरे मुद्दे की जांच की मांग की है पूर्व उपराष्ट्रपति डाक्टर मोहम्मद जमील अहमद ने लीक हुई खुफिया रिपोर्ट के बाद मुइज्जू पर महाभियोग चलाने की मांग की थी

मुइज्जू ने कहा- फंसाने की प्रयास की जा रही है

जानकारी के अनुसार फाइनेंशियल इंटेलिजेंस यूनिट की रिपोर्ट पहली बार लीक हुई है उन्होंने बोला कि रिपोर्ट या आरोपों की वैधता के संबंध में सरकारी एजेंसियों की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. मंगलवार देर रात करप्शन के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए मुइज्जू ने बोला कि विपक्ष उन्हें फंसाने की कितनी भी प्रयास कर ले, वह सफल नहीं होंगे क्योंकि उन्होंने कोई गलती नहीं की है उन्होंने विपक्ष पर हताशा में रिपोर्ट लीक करने का इल्जाम लगाया उन्होंने बोला कि पिछले चुनाव प्रचार के दौरान भी इसी तरह के इल्जाम लगाये गये थे

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