कम उम्र में गंजी होने लगी लड़की, डॉक्टर को दिखाया, फिर सामने आई ये सच्चाई
बालों का झड़ना अब एक आम रोग है। लेकिन दिक्कत तब हो जाती है, जब कम उम्र में बाल गिरने लगते हैं। जैसा 27 वर्षीय निकोल थॉमस के साथ हुआ। निकोल जब केवल 13 वर्ष की थी, तो हेयरड्रेसर ने उसकी गर्दन के पिछले हिस्से पर एक धब्बा देखा, जहां से बाल गायब हो रहे थे। यह जानते ही वह परेशान हो गई। अस्पतालों के चक्कर काटने प्रारम्भ किए। इस बीच पूरे के पूरे बाल झड़ गए। तभी किसी ने स्किन स्पेशलिस्ट को दिखाने की राय दी। फिर सामने आई खौफनाक सच्चाई।
मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, कार्डिफ की रहने वाली निकोल ने जब स्किन स्पेशलिस्ट को दिखाया, तो पता चला कि उसे एलोपेसिया एरीटा (Alopecia Areata Disease) नामक एक ऑटोइम्यून रोग है। डॉक्टर ने कहा कि यह एक ऐसी रोग है, जब आपका इम्यून सिस्टम आपके बालों के रोम पर अटैक करने लगता है, तो बाल गिरने लगते हैं। यह आमतौर पर सिर और चेहरे पर धावा करती है। आमतौर पर छोटे, गोल टुकड़ों में बाल झड़ते हैं। यदि इसका ठीक उपचार न हो तो पूरे के पूरे बाल गिर जाते हैं।
3 वर्ष तक विग पहनने को मजबूर
निकोल को भी इसी वजह से सारे बाल गिर रहे थे। हालत यहां तक हो गई कि 17 वर्ष की उम्र होते-होते उसने 70 प्रतिशत बाल खो दिए। इसके बाद 3 वर्ष तक विग पहनने को विवश हुई। कई तरह के लहम और स्टेरॉयड क्रीम का प्रयोग किया। लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। बाल गिरते ही जा रहे थे। लेकिन अब डॉक्टरों की कोशिश के बाद वह फिर से अपने बाल वापस पा रही हैं।
इलाज हो तो उग आते हैं बाल
ब्रिटिश स्वास्थ्य एजेंसी के मुताबिक, एलोपेसिया जीवन के लिए खतरा नहीं है। लेकिन यह मानसिक तौर पर आपको परेशान कर देता है। हर शख्स के साथ भिन्न-भिन्न तरह से इसका असर होता है। किसी को जीवन भर बाल झड़ते हैं तो किसी को केवल एक बार ये समस्या होती है। ज्यादातर लोगों को 20 या 30 वर्ष की उम्र में यह दिक्कत होती है। हालांकि, अनेक बच्चों में भी ये देखा गया है। अब तक इसका कोई उपचार नहीं है। लेकिन कुछ दवाएं हैं, जिनसे रिकवरी अप्रत्याशित होती है। कुछ लोगों में बाल पूरी तरह से दोबारा उग आते हैं लेकिन कुछ में नहीं।