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आपदा प्रबंधन विभाग आम लोगों को मोबाइल फोन पर संदेश भेजकर कर रहा सचेत

भरतपुर न्यूज़ डेस्क !!! प्रदेश में भयंकर गर्मी और लू का प्रकोप लगातार जारी है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है बुधवार को दिन चढ़ने के साथ ही सूरज की तेज किरणें निकलीं. भयंकर गर्मी का प्रकोप इस कदर था कि नौ बजे के बाद लू चलने लगी और 11 बजे के बाद गर्मी और लू के कारण लोगों का घर से निकलना कठिन हो गया दोपहर में मुख्य सड़कों पर आवाजाही कम रही इस बीच आपदा प्रबंधन विभाग आम लोगों को मोबाइल टेलीफोन पर संदेश भेजकर सचेत कर रहा है विभाग की ओर से भेजे गए संदेश में लिखा है कि अगले 24 घंटों में अलवर, बाड़मेर, भरतपुर, बीकानेर, चूरू, धौलपुर, गंगानगर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, झुंझुनूं, जोधपुर और फलोदी क्षेत्र में गर्मी/भीषण गर्मी/गर्म रात अधिकतर स्थानों पर घटित होने की सम्भावना है.

दोनों ने दिन-रात मेहनत की

शरीर को जलाने वाली और फेफड़ों को सुखाने वाली गर्मी की अवधि के दौरान, दिन और रात दोनों गर्म होते हैं. मौसम विभाग ने बुधवार 22 मई को लू को लेकर श्रीगंगानगर-अनूपगढ़ जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है ऐसे में गर्मी और लू आम लोगों को और अधिक परेशान कर सकती है मंगलवार को अधिकतम तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 29.3 डिग्री सेल्सियस रहा वातावरण में नमी 35 फीसदी होने से अब रातें दिन से अधिक गर्म होने लगी हैं. 2022 और 2023 में गर्मियों का तापमान कमोबेश एक जैसा था. साल 2022 में 21 मई को अधिकतम तापमान 45.6 और 2023 में 44.8 दर्ज किया गया था लू को लेकर प्रशासन अलर्ट मोड पर है जिलाधिकारी लोकबंधु ने कहा कि सर्दी और बुखार के रोगियों के उपचार के लिए सरकारी अस्पतालों में पर्याप्त प्रबंध की गयी है ऐसे रोगियों के लिए यथासंभव अलग वार्ड की प्रबंध की गई है. उन्होंने बोला कि गर्मी का असर 25 मई तक रह सकता है, ऐसे में आम आदमी को सावधान रहना होगा

सीएमएचओ डाक्टर अजय सिंगला ने कहा कि चिकित्सकीय दृष्टि से हीट स्ट्रोक के लक्षण नमक और पानी की जरूरत और अनुपात की गड़बड़ी के कारण होते हैं. मस्तिष्क का एक केंद्र जो मानव तापमान को सामान्य बनाए रखता है, काम करना बंद कर देता है. लाल रक्त कोशिकाएं रक्त वाहिकाओं में टूट जाती हैं और कोशिकाओं में पोटेशियम लवण होते हैं. इससे रक्त संचार बाधित हो जाता है, जिससे दिल गति, शरीर के अन्य हिस्से और अंग प्रभावित होते हैं और हीट स्ट्रोक के बीमार को मृत्यु के मुंह में धकेल देते हैं.

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