सेना के लिए वैज्ञानिकों ने बनाई ऐसी अनोखी किट, बिना ड्राइवर के चलेगी कार
पुणे के पाषाण क्षेत्र में दो दिवसीय प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। जिसमें रक्षा उत्पाद बनाने वाली अनेक स्टार्टअप्स ने भाग लिया। इस प्रकार डीआरडीओ भी इस प्रदर्शनी का हिस्सा बनी। इस दौरान डीआरडीओ ने एक विशेष किट की प्रदर्शनी की, जिसके जरिये कार को रिमोट द्वारा चलाया जा सकता है। खास बात यह है कि इस किट को किसी भी कार में लगाया जा सकता है। निर्माण विशेष रूप से आर्म्ड फोर्सेज के सामने आने वाली चुनौतियों के मद्देनजर डिज़ाइन किया गया है। क्योंकि कार में किट लगाने के बाद कार पूरी तरह से स्वचालित और मानव रहित हो जाती है।
आवश्यकतानुसार बंदूकें और रॉकेट लॉन्चर भी लगाए जा सकते हैं
जरुरत पड़ने पर कार की छत पर पेलोड स्थापित किया जा सकता है और आर्म्ड फोर्सेज इसका इस्तेमाल बहुत संवेदनशील स्थितियों में कर सकती है। जिस पर बंदूकें, रॉकेट लॉन्चर के साथ साथ बहुत कुछ स्थापित किया जा सकता है। डीआरडीओ द्वारा पाषाण क्षेत्र में आयोजित प्रदर्शनी में यह कार आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। प्रदर्शनी का उद्घाटन गुरुवार को किया गया। यह प्रदर्शनी सिर्फ़ आमंत्रित लोगों के लिए है।
किट लगाने के बाद कार पूरी तरह से हो जाती है स्वचालित
डीआरडीओ में अनुसंधान के लिए विविध शाखाएं है। अहमदनगर के गाड़ी अनुसंधान विभाग ने यह रोबोटिक किट बनाने में कामयाबी हासिल की है। खास बात यह है कि कार में इस किट को लगाने के बाद स्टेरिंग, क्लच, एक्सीलेटर, ब्रेक आदि सिस्टम पूरी तरह से स्वचालित हो जाते हैं। किट लगाने के बाद इसका नियंत्रण रिमोट सेंसर द्वारा ले लिया जाता है। जिसके बाद यह कार पूरी तरह से मानव रहित हो जाती है। कार के ऊपर मिसाइल, बंदूकें रखी जा सकती हैं और सामने वाले शत्रु पर परफेक्ट निशाना लगाकर उन पर गोली चलाई जा सकती है। इस प्रदर्शनी में देशभर के विभिन्न शहरों से रक्षा उत्पाद बनाने वाले स्टार्टअप की प्रदर्शनी का उद्घाटन आर्मामेंट एंड कॉम्बैट इंजीनियरिंग सिस्टम के महानिदेशक डाक्टर शैलेन्द्र गाडे ने किया। इस दौरान डीआरडीओ के निदेशक डाॅ। मकरंद जोशी उपस्थित रहे।
साहू ने बताया, किट को गाड़ी अनुसंधान विकास प्रयोगशाला, अहमदनगर में विकसित किया गया है। हिंदुस्तान में यह पहली बार बनाया गया है। पेटेंट के लिए आवेदन किया गया है, जिसकी प्रतीक्षा की जा रही है। इसे रोबोटिक कार किट बोला जाता है, यह सैकड़ों माइक्रोकंट्रोलर लगाए गए हैं। इसमें लगा कैमरा 360 डिग्री एंगल से कार के ब्रेक, एक्सीलेटर और गति की मॉनिटरिंग करता रहता है। इसका इस्तेमाल युद्ध जैसी आपात स्थिति में किया जा सकता है। अभी इसे केवल सेना के लिए डिजाइन किया गया है।