दुनिया के सबसे बड़े मंदिर का उद्घाटन करेंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
पिछले करीब एक दशक में हिंदुस्तान के संबंध सऊदी अरब, यूनाइटेड अरब अमीरात (यूएई), बहरीन तथा ओमान जैसे राष्ट्रों से और बेहतर हुए हैं। इन राष्ट्रों में अच्छी-खासी संख्या में भारतीय हैं। इसी कड़ी में पीएम मोदी बुधवार को दुनिया के सबसे बड़े मंदिर का उद्घाटन करने जा रहे हैं, जो यूएई की राजधानी अबू धाबी में बन कर तैयार है। यह जानना दिलचस्प होगा कि कई मुसलमान राष्ट्रों में भव्य हिंदू मंदिर हैं।
यूएई, ओमान और बहरीन जैसे राष्ट्रों में हैं प्राचीन हिंदू मंदिर
यूएई, ओमान और बहरीन जैसे राष्ट्रों में प्राचीन हिंदू मंदिर हैं, जहां भक्त जुटते हैं और परंपरागत रूप से पूजा होती है। इन्हीं में एक है बहरीन की राजधानी मनामा में बना श्रीनाथजी मंदिर। यह एक सदी से भी अधिक पुराना है। इसका निर्माण सिंधी हिंदू समुदाय ने किया था, जो हिंदुस्तान विभाजन से कई वर्ष पहले थट्टा से आये थे। पड़ोसी राष्ट्र सऊदी अरब में रहने और काम करने वाले हिंदू भी पवित्र अवसरों पर इस मंदिर में पूजा-पाठ करने आते हैं। ओमान की राजधानी मस्कट में दो हिंदू मंदिर हैं। इनमें एक है मोतीश्वर मंदिर। यह ओल्ड मस्कट में है। माना जाता है कि यह 109 वर्ष से भी अधिक पुराना है। मस्कट के रूवी में ईश्वर कृष्ण-विष्णु मंदिर है, जो 150 वर्ष पुराना है। इसी तरह दुबई में दक्षिण हिंदुस्तानियों के अतिरिक्त सिंधी, मराठी, गुजराती, पंजाबी और करीब सभी प्रमुख धर्मों के कई दशकों से धार्मिक जगह हैं। मंदिरों में ही आध्यात्मिक समारोह, उत्सव और अन्य कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं।
पाकिस्तान
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के चकवाल जिले भी एक हिंदू मंदिर है- कटासराज मंदिर। इसका निर्माण सातवीं सदी में हुआ था। यह ईश्वर शिव का सबसे प्राचीन मंदिर माना जाता है। बोला जाता है कि इस मंदिर का जिक्र महाभारत में भी है। मंदिर के परिसर में राम मंदिर, हनुमान मंदिर भी है। पिछले कुछ सालों से पाकिस्तान के पुरातात्विक जानकार इसके रखरखाव में जुटे हैं।
मलयेशिया
मलयेशिया एक मुसलमान बहुल राष्ट्र है, लेकिन यहां पर मंदिरों को भी खूब सम्मान दिया जाता है। यहां बड़ी संख्या में हिंदू तमिल समुदाय के लोग रहते हैं। यहां के गोमबाक में बातू गुफाएं हैं, जिनमें कई मंदिर हैं। इस गुफा के प्रवेश द्वार पर ईश्वर शिव और माता पार्वती के ज्येष्ठ पुत्र कार्तिकेय का मंदिर है, जिन्हें मुरुगन के नाम से जानते हैं। यह मुरुगन मंदिर के नाम से मशहूर है। यह स्थान मलेशिया में बसे हिंदुओं द्वारा मनाये जाने वाले त्योहार थाईपुसम का मुख्य केंद्र है। यह मलयेशिया की राजधानी कुआलालंपुर से 13 किलोमीटर दूर है।
इंडोनेशिया
कहा जाता है कि इंडोनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा मुसलमान राष्ट्र है। हालांकि, यहां की संस्कृति में हिंदू परंपराओं की भी झलक देखने को मिलती है। इंडोनेशिया में बड़ी संख्या में हिंदू मंदिर हैं, जिसमें जावा स्थित प्रम्बान मंदिर सबसे बड़ा हिंदू मंदिर माना जाता है। यह मंदिर ईश्वर शिव, ईश्वर विष्णु और ईश्वर ब्रह्मा को समर्पित है। यह मंदिर यूनेस्को की विश्व धरोहर में शामिल है। यह मंदिर 9वीं सदी कहा जाता है। इसके अतिरिक्त बाली में माता सरस्वती मंदिर और जावा में शिव मंदिर भी काफी लोकप्रिय है।
ओमान
ओमान की राजधानी मस्कट में करीब 109 वर्ष पुराना शिव मंदिर है। इस मंदिर को मोतीश्वर मंदिर के नाम से भी जाना जाता है। यह मंदिर ओमान के सुल्तान के महल के पास ही है और सीब एयरपोर्ट से लगभग 35 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। इस मंदिर का गुजरात के व्यापारियों से खास रिश्ता है। साल 2018 में जब पीएम मोदी ओमान दौरे गये थे, तब उन्होंने भी इस शिव मंदिर में दर्शन किये थे। मस्कट में श्रीकृष्ण मंदिर और गुरुद्वारा भी हैं।
बहरीन
बहरीन में भी एक हिंदू मंदिर है, जो करीब 200 वर्ष पुराना है। मनामा में स्थित इस मंदिर को श्रीनाथजी के मंदिर के तौर पर जाना जाता है। इस मंदिर की स्थापना वर्ष संभवत: 1817 में थट्टाई समाज की ओर से की गयी थी। बोला जाता है कि काम की तलाश में हिंदुस्तान से कई लोग बहरीन की ओर रुख करते थे। इनमें हिंदुओं की संख्या भी काफी होती थी। उनकी आस्था को देखते हुए यहां इस मंदिर की स्थापना की गयी थी।
संयुक्त अरब अमीरात
संयुक्त अरब अमीरात में अभी केवल एक मंदिर है, जो दुबई में है। इसका नाम ईश्वर शिव और श्रीकृष्ण मंदिर है। यह मंदिर अल रिग्गा स्ट्रीट से कुछ दूरी पर ही है। इस मंदिर में दुबई में बड़ी तादाद में बसे हिंदू प्रतिदिन पूजा के लिए जाते हैं। मंदिर के करीब ही एक गुरुद्वारा भी है। बुधवार को अबु धाबी में पहला मंदिर का काम भी पूरा हो जायेगा। इस मंदिर की आधारशिला पीएम मोदी ने रखी थी।