राष्ट्रीय

LG ने केजरीवाल पर रोहिणी मेडिकल कॉलेज में यौन शोषण के एक मामले को संबोधित करने में लापरवाही का लगाया आरोप

नई दिल्ली: दिल्ली के उपराज्यपाल (LG) कार्यालय ने सीएम अरविंद केजरीवाल पर रोहिणी मेडिकल कॉलेज में यौन उत्पीड़न के एक मुद्दे को संबोधित करने में ढिलाई का इल्जाम लगाया है. LG कार्यालय के अनुसार, छात्राओं द्वारा एक प्रोफेसर के विरुद्ध यौन उत्पीड़न के आरोपों के बाद कार्रवाई की मांग के बावजूद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कथित तौर पर 14 फरवरी से कॉलेज के प्रिंसिपल को हटाने से संबंधित फाइल को रोक रखा है. बता दें कि, रोहिणी स्थित बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर मेडिकल कॉलेज के प्रोफेसर सलीम शेख पर 13 छात्राओं ने प्रोफेसर शारीरिक उत्पीड़न और यौन उत्पीड़न का इल्जाम लगाया था. 13 छात्राओं द्वारा FIR दर्ज करवाने के बाद सलीम शेख को पुलिस ने अरैस्ट कर लिया था.

गुरुवार (28 मार्च, 2024) को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में, LG विनय सक्सेना के कार्यालय ने बोला कि दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने 20 मार्च, 2024 को LG को पत्र लिखकर प्रिंसिपल ईश्वर सिंह को हटाने का आग्रह किया था. भारद्वाज ने इल्जाम लगाया कि सिंह एक प्रोफेसर द्वारा यौन उत्पीड़न की कम्पलेन करने वाली स्त्री विद्यार्थियों का समर्थन करने में विफल रहे, और यहां तक ​​कि उन्हें मुद्दे को शांत रखने की राय भी दी.

एलजी कार्यालय का दावा है कि मार्च में याद दिलाने के बावजूद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने ईश्वर सिंह को हटाने से संबंधित फाइल पर कार्रवाई नहीं की है. ऐसे ऑफिसरों के विरुद्ध कार्रवाई करने के लिए उत्तरदायी समिति के अध्यक्ष केजरीवाल ने कथित तौर पर फाइल को एक महीने से अधिक समय से अपने कार्यालय में लंबित रखा है. उत्तर में, स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज ने साफ किया कि संबंधित फ़ाइल में 17 ऑफिसरों के ट्रांसफर और पोस्टिंग से संबंधित नियमित दस्तावेज़ थे, जिनमें यौन उत्पीड़न का कोई उल्लेख नहीं था.

यह घटनाक्रम रोहिणी में डाक्टर बाबा भीमराव अंबेडकर हॉस्पिटल और मेडिकल कॉलेज में छेड़छाड़ के हालिया मुद्दे के मद्देनजर आया है. एमबीबीएस कर रही तेरह छात्राओं ने 31 जनवरी, 2024 को वाइवा के दौरान प्रोफेसर सलीम शेख पर शारीरिक और यौन उत्पीड़न का इल्जाम लगाया. बाद में विद्यार्थियों द्वारा हस्ताक्षरित एक कम्पलेन के बाद शेख को पुलिस ने अरैस्ट कर लिया. इस बीच, अरविंद केजरीवाल अभी दिल्ली शराब घोटाले की जांच के सिलसिले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की हिरासत में हैं. केजरीवाल को 21 मार्च, 2024 को अरैस्ट किया गया था और उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को चुनौती देते हुए एक याचिका दाखिल की है.

 

Related Articles

Back to top button