पद्म विभूषण से सम्मानित हुए चिरंजीवी-वैजयंतीमाला
नई दिल्ली। मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री की सदाबहार अदाकारा वैजयंती माला और साउथ के सुपरस्टार चिरंजीवी को हिंदुस्तान के दूसरे सबसे बड़े नागरिक पुरस्कार पद्म विभूषण से सम्मानित किया गया है। दोनों को यह अवॉर्ड कला के क्षेत्र में अतुलनीय सहयोग देने के लिए मिला है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार की शाम राष्ट्रपति भवन में आयोजित नागरिक अलंकरण समारोह-द्वितीय में साल 2024 के लिए पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्म श्री पुरस्कार वितरण किए। इस अवॉर्ड फंक्शन में हिंदुस्तान के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भी शामिल हुए थे।
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने वैजयंती माला और चिरंजीवी को पद्म विभूषण पुरस्कार देकर सम्मानित किया। अवॉर्ड मिलने पर चिरंजीवी ने खुशी जताई और राष्ट्र की जनता को प्यार और सपोर्ट देने के लिए आभार भी जताया। उन्होंने एक्स पर लिखा,”कला प्रेमियों को, उन सभी को जिन्होंने कला के क्षेत्र में मेरा समर्थन किया, उनको आभार।”
चिरंजीवी ने आगे लिखा,”केंद्र गवर्नमेंट को जिन्होंने पद्म विभुषण पुरुस्कार दिया, उन सभी को जिन्होंने इस अवसर पर मुझे शुभकामना दी, मेरा अभिनंदन।” चिरंजीवी करियर के आरंभ में मुम्बई फिल्म इंडस्ट्री में भी काम किया और यहां भी ख्याति हासिल की। उन्होंने तेलुगु के अतिरिक्त तमिल और हिंदी फिल्मों में काम किया। वह आज एक पैन इण्डिया सुपरस्टार हैं।
वैजयंतीमाला 2 दशक से अधिक किया काम
वहीं, वैजयंतीमाला ने वर्ष 1949 में फिल्मों की दुनिया में कदम रखा। उन्होंने दिलीप कुमार, देव आनंद, राजेंद्र कुमार संग 50-80 के दशक तक काम किया। उन्होंने 1970 के बाद उन्होंने फिल्मों से दूरी बना ली लेकिन कला के क्षेत्र में काम करती रहीं। वह अब 90 वर्ष की हैं।
इन शख़्सियतों को भी मिला पद्म विभूषण
वैजंयती माला-चिरंजीवी के अतिरिक्त पद्म भूषण से सम्मानित होने वालों में जस्टिस एम। फातिमा बीवी (मरणोपरांत), होरमसजी एन। कामा, डाक्टर अश्विन बालाचंद मेहता, सत्य व्रत मुखर्जी (मरणोपरांत), ओ। राजगोपाल, तोगदान रिनपोछे (मरणोपरांत), प्यारेलाल रामप्रसाद शर्मा, कैप्टन विजयकांत (मरणोपरांत) और कुंदन रमणलाल व्यास शामिल हैं।