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AIMIM लोकसभा की 5 से लेकर 25 सीटों पर उतार सकती है अपने प्रत्याशी

लखनऊ : हैदराबाद (Hyderabad) के सांसद और AIMIM के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) की नजर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के लोकसभा (Lok Sabha Elections 2024) सीटों पर भी हैं। तेलंगाना के बाद महाराष्ट्र व बिहार में अपनी पार्टी की हनक दिखा चुके ओवैसी विधानसभा चुनाव में खाता खोलने में असफल रहे थे। लेकिन असदुद्दीन ओवैसी एक बार फिर लोकसभा में अपनी पार्टी के कैंडीडेट उतार कर अपने जनाधार को और मजबूत करने की कोशिश करने वाले हैं। माना जा रहा है कि ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन यानि AIMIM  लोकसभा की 5 से लेकर 25 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार सकती हैं।

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन पार्टी के निशाने पर अबकी बार खास तौर से उत्तर प्रदेश होगा। इसीलिए उनकी पार्टी के नेता मुखिया असदुद्दीन ओवैसी को हैदराबाद के अलावा यूपी की भी एक सीट से चुनाव लड़ने के लिए बुला रहे हैं। हालांकि पार्टी का एक धड़ा समाजवादी पार्टी के साथ तालमेल करके केवल 5 सीटों पर चुनाव लड़ाने की पैरवी कर रहा है। ताकि मुस्लिम वोटों के बिखराव को बचाया जा सके।

पार्टी सूत्रों की जानकारी में बताया जा रहा है कि असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी उत्तर प्रदेश की मुस्लिम बाहुल्य इलाकों वाली सीटों पर अपनी नजर गड़ाए हुए हैं। पार्टी के प्रवक्ता मोहम्मद फरहान साहेब ने कहा कि हम समाजवादी पार्टी के साथ तालमेल करके लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। हम अभी उनसे केवल पांच सीटें मांग रहे हैं। अगर हमें 5 सीटें नहीं मिलती हैं तो हम लोग उत्तर प्रदेश में लोकसभा का चुनाव खुलकर लड़ेंगे। उस समय हम 25 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतार सकते हैं।

जानकारी के अनुसार ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन यानि AIMIM की नजर नगीना, आजमगढ़, मुरादाबाद, आंवला और संभाल सीटों पर है। AIMIM  नेता समाजवादी पार्टी के कोटे से इन सीटों को मांग रहे हैं, ताकि वे अपने कैंडिडेट उतार सकें और पूरे प्रदेश में मुस्लिम वोटो के बिखराव को रोका जा सके। लेकिन अगर बात नहीं बनी तो AIMIM  के उम्मीदवार सहारनपुर, मेरठ, रामपुर, संभल, बुलंदशहर, अलीगढ़, कैराना, बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद के साथ बागपत, बदायूं, पीलीभीत, मोहनलालगंज, लखनऊ, गोंडा, डुमरियागंज, संत कबीर नगर के अलावा आंवला, बरेली, बहराइच और श्रावस्ती सीटों पर भी अपने उम्मीदवार उतार सकती है।

AIMIM के नेता ने कहा कि हम पांच सीटें भीख में नहीं मांग रहे हैं। चुनाव के दौरान अगर मतों का बिखराव हुआ तो उसके जिम्मेदार अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी ही होगी। हमें अगर मिलकर लड़ना है तो पार्टी की मांग को स्वीकार करना होगा।

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