राहुल गांधी ने ‘न्याय संकल्प पदयात्रा’ में बीजेपी को लेकर कही ये बड़ी बात
मुंबई: कांग्रेस पार्टी नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने रविवार को दावा किया कि सत्तारूढ़ बीजेपी (BJP) ‘‘शोर बहुत मचाती” है लेकिन उसमें संविधान को ‘‘बदलने” का साहस नहीं है। राहुल ने यह भी बोला कि सच्चाई और राष्ट्र की जनता उनके साथ है। बीजेपी सांसद अनंतकुमार हेगड़े ने हाल में बोला था कि उनकी पार्टी को संविधान में संशोधन करने के लिए और ‘‘कांग्रेस द्वारा इसमें जोड़ी गईं अनावश्यक चीजों को हटाने के लिए” संसद के दोनों सदनों में दो-तिहाई बहुमत की जरूरत होगी।
‘न्याय संकल्प पदयात्रा’
इसके बाद बीजेपी ने हेगड़े की टिप्पणियों से पैदा हुए टकराव को शांत करने की कवायद में इसे उनका ‘‘निजी विचार” कहा और उनसे स्पष्टीकरण मांगा था। राहुल गांधी मुंबई में महात्मा गांधी के आवास मणि भवन से अगस्त क्रांति मैदान तक ‘न्याय संकल्प पदयात्रा’ करने के बाद यहां एक सभा को संबोधित कर रहे थे। अगस्त क्रांति मैदान में ही ब्रिटिश राज से आजादी के लिए हिंदुस्तान के संघर्ष के दौरान 1942 में हिंदुस्तान छोड़ो आंदोलन प्रारम्भ हुआ था।
भाजपा बहुत शोर मचाती है
उन्होंने कहा, ‘‘भाजपा बहुत शोर मचाती है लेकिन उसमें संविधान को बदलने का साहस नहीं है। सच्चाई और लोगों का समर्थन हमारे साथ है।” वायनाड से लोकसभा सदस्य राहुल ने बोला कि मौजूदा लड़ाई सिर्फ़ बीजेपी और कांग्रेस पार्टी के बीच नहीं बल्कि दो ‘‘अभिव्यक्तियों” के बीच है। उन्होंने कहा, ‘‘कोई सोचता है कि राष्ट्र एक केंद्र से चलना चाहिए, जहां एक आदमी के पास सारा ज्ञान है। इसके विपरीत, हम सोचते हैं कि शक्ति का विकेंद्रीकरण होना चाहिए और लोगों की आवाज सुनी जानी चाहिए।”
राहुल ने बोला कि यदि किसी आदमी के पास आईआईटी (भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान) की डिग्री है तो इसका यह मतलब नहीं है कि उसके पास किसी किसान के मुकाबले अधिक ज्ञान है। लेकिन बीजेपी इस तरह काम नहीं करती है। पूर्व कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष ने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की सोच है कि केवल एक आदमी के पास ज्ञान है…किसान, मजदूर और बेरोजगार युवाओं को कोई ज्ञान नहीं है।”
‘भारत जोड़ो इन्साफ यात्रा’ का समापन
शनिवार को कांग्रेस पार्टी सांसद ने मध्य मुंबई में डाक्टर भीमराव आंबेडकर के स्मारक ‘चैत्यभूमि’ पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करके और संविधान की प्रस्तावना पढ़कर अपनी 63 दिवसीय ‘भारत जोड़ो इन्साफ यात्रा’ का समाप्ति किया। यह यात्रा 14 जनवरी को संघर्षग्रस्त मणिपुर से प्रारम्भ हुई थी।