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ममता बनर्जी पर बीजेपी सांसद के भाषण पर तृणमूल का पलटवार

पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी पर भाजपा सांसद का धावा दिलीप घोष के विवादास्पद भाषण पर प्रतिक्रिया देने वाली तृणमूल कांग्रेस पार्टी ने राज्य के पूर्व बीजेपी प्रमुख की निंदा की है और पार्टी ने उन्हें निर्वाचन क्षेत्र से निष्कासित करने पर निराशा व्यक्त की है.

इससे पहले, बीजेपी सांसद दिलीप घोष, जिन्होंने पश्चिम बंगाल की सीएम पर पर्सनल धावा किया था, ने कहा, “जब दीदी (ममता) गोवा जाती हैं, तो कहती हैं कि मैं गोवा की बेटी हूं. जब वह त्रिपुरा जाती हैं, तो कहती हैं कि मैं त्रिपुरा की हूं.” बेटी. पहले उसे यह तय करना चाहिए कि उसका पिता कौन है. हर कोई. बेटी होना अच्छी बात नहीं है.” ये वीडियो अब वायरल हो रहा है

तृणमूल कांग्रेस पार्टी ने बीजेपी सांसद के विवादास्पद भाषण पर पलटवार करते हुए इसे “एक सियासी नेता के रूप में दिलीप घोष के नाम का अपमान” कहा है. तृण मूल काँग्रेस के एक्स साइट पेज पर एक पोस्ट में बोला गया है कि दुर्गा माता के वंश को चुनौती देने से लेकर अब ममता बनर्जी के वंश पर प्रश्न उठाने तक वह (दिलीप घोष) बदनामी के निचले पायदान पर हैं.

इससे एक ही बात साफ है दिलीप घोष पश्चिम बंगाल की स्त्रियों का अपमान करते हैं चाहे वह हिंदू देवता हों या राष्ट्र की एकमात्र स्त्री सीएम हों. 2021 में मां दुर्गा के बारे में बात करने वाले भाजपा सांसद ने कहा, “भगवान राम एक सम्राट हैं कुछ लोग उन्हें अवतार मानते हैं हम राम के पूर्वजों के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं उसी तरह, क्या हम दुर्गा के पूर्वजों के बारे में जानते हैं?” पूछा था.

दिलीप द्वारा ममता बनर्जी की मानहानि पर टिप्पणी करते हुए, तृणमूल के कुणाल घोष ने निंदा की कि “केवल बीजेपी नेता ही ऐसे अपमानजनक शब्द बोल सकते हैं”. उन्होंने कहा, ”आपकी पार्टी ने आपको मेदिनीपुर से निष्कासित कर दिया है आप जो वहां बोल नहीं सकते वो ममता बनर्जी पर आलोचना करके अपनी निराशा दिखा रहे हैं

ममता बनर्जी सात बार सांसद रहीं वह चार बार केंद्रीय मंत्री रहे. तीसरी बार सीएम बनने के कारण वह पूरे राष्ट्र में लोकप्रिय हैं. वह हिंदुस्तान की बेटी है,” उन्होंने बोला कि आपकी पार्टी ने आपसे बोला है, ”दिलीप बाहर निकलो, बाहर निकलो. तृणमूल कांग्रेस पार्टी के प्रवक्ता और राज्य मंत्री शशि पांजा ने कहा, “महिलाओं का अपमान करना बीजेपी की प्रकृति है. पश्चिम बंगाल की महिलाएं ही हैं जो प्रतिशोध ले रही हैं.

इस बीच, दुर्गापुर में दिलीप घोष के विरुद्ध चुनाव लड़ रहे तृणमूल पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व क्रिकेटर कीर्ति आजाद ने कहा, “यह जमींदार मानसिकता है. क्योंकि वे स्त्रियों का सम्मान नहीं करते हैं, वे जो चाहेंगे वही कहेंगे. उन्होंने अपना आपा खो दिया है.” उन्हें हॉस्पिटल में होना चाहिए. उनके जैसे लोग समाज में नहीं होने चाहिए.” 2019 के लोकसभा चुनाव में मेदिनीपुर सीट से जीत हासिल करने वाले दिलीप घोष आनें वाले 2024 के आम चुनाव में बर्दमान दुर्गापुर से चुनाव लड़ने जा रहे हैं.

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