वास्तु शास्त्र के अनुसार, मंदिर में नहीं रखना चाहिए माचिस की तीलियां, जाने इसके दोष
लाइफस्टाईल न्यूज डेस्क.. हिंदू धर्म में घर में पूजा-पाठ करने को विशेष महत्व दिया जाता है. पूजा करने से घर में दीपक या लौ जलाने से सकारात्मकता आती है. मान्यताओं के मुताबिक जिस घर में प्रतिदिन पूजा होती है वहां ईश्वर की कृपा बनी रहती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का भी वास होता है, लेकिन वास्तु शास्त्र में पूजा के लिए कुछ नियम बताए गए हैं. कई लोग पूजा में इस्तेमाल की जाने वाली माचिस की तीलियां मंदिर में ही रख देते हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र के मुताबिक मंदिर में माचिस की तीलियां रखना शुभ नहीं माना जाता है. तो आइए हम आपको बताते हैं कि इसे कहां रखना है.
नकारात्मक ऊर्जा
वास्तु शास्त्र के मुताबिक पूजा घर में माचिस रखना अशुभ माना जाता है. इसे यहां रखने से घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है. पूजा कक्ष को बहुत पवित्र माना जाता है इसलिए यहां किसी भी प्रकार का ज्वलनशील पदार्थ रखना अच्छा नहीं माना जाता है
मंदिर में माचिस की तीलियाँ न फेंकें
मान्यताओं के मुताबिक पूजा घर में माचिस की तीली रखने से नकारात्मक ऊर्जा आकर्षित होती है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लोग अगरबत्ती और दीपक जलाने के बाद जली हुई माचिस की तीलियाँ मंदिर में ही फेंक देते हैं, इसलिए यहां पड़ी तीलियाँ नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती हैं.
मूर्ति के पास
भगवान की मूर्ति के पास कभी भी माचिस की डिब्बी नहीं रखनी चाहिए. इससे घर में दुर्भाग्य बढ़ता है.
सोने का कमरा
मंदिर के अतिरिक्त शयन कक्ष में भी माचिस की तीली रखना अच्छा नहीं माना जाता है. यहां माचिस रखने से शादीशुदा जोड़े के संबंध पर नकारात्मक असर पड़ता है.
माचिस को अलमारी या बंद स्थान पर रखें
माचिस को हमेशा बंद अलमारी या ताले वाली स्थान पर रखना चाहिए. इससे घर में नकारात्मक ऊर्जा नहीं आती और माहौल भी सकारात्मक बना रहता है.