जैक मा करीब एक साल बाद लौटे चीन

अलीबाबा के फाउंडर जैक मा चीन लौट आए हैं. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने अपनी एक रिपोर्ट में बोला कि विदेशों में एक वर्ष से अधिक समय तक रहने के बाद मा अपने राष्ट्र लौटे हैं. मा, चीन के सबसे पॉपुलर एंटरप्रेन्योर में से एक है. 2021 के अंत में उन्होंने चीन छोड़ा था और उसके बाद जापान, ऑस्ट्रेलिया और थाईलैंड जैसे राष्ट्रों से उनकी फोटोज़ सामने आई थी.
रिपोर्ट के अनुसार मा अपने होमटाउन हांगझोऊ के युंगु विद्यालय पहुंचे, जहां अलीबाबा का मुख्यालय भी है. ये विद्यालय अलीबाबा की फंडिंग से चलता है. इसमें ज्यादातर बच्चे अलिबाबा के एम्प्लॉइज के हैं. सोमवार को वीचैट एकाउंट पर पोस्ट किए गए एक आर्टिकल में बताया कि मा ने विद्यालय में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से शिक्षा को मिलने वाली चुनौतियों के बारे में बात की.
हॉन्ग कॉन्ग में दोस्तों से मिले
साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट के मुताबिक़, वो कुछ समय हॉन्ग कॉन्ग में भी रुके जहां वो दोस्तों से मिले. वो इंटरनेशनल आर्ट फेयर में भी गए. अखबार ने ये भी बताया है कि मा खेती की तकनीक की जानकारी लेने के लिए भिन्न-भिन्न राष्ट्रों का दौरा कर रहे थे लेकिन अखबार ने इस बारे में जानकारी नहीं दी है कि वो हालिया वर्षों में लोगों की नजरों से दूर क्यों रहे.
चीन में हाई-प्रोफाइल शख्सियत थे मा
टेक सेक्टर पर क्रैकडाउन के बाद अब मा की वापसी के साथ चीनी गवर्नमेंट व्यवसायी जगत में विश्वास बहाल करने की प्रयास कर रही है. बिलेनियर जैक मा कभी चीन में एक हाई-प्रोफाइल शख्सियत थे, जो मीडिया को फ्रीव्हीलिंग साक्षात्कार देते थे और चमचमाते कपड़ो में कंपनी के कंपनियों के कार्यक्रमों में स्टेज पर रॉक म्यूजिक परफॉर्म करेते करते थे.

अलीबाबा के फाउंडर जैक मा की चीन के झेजियांग प्रांत के हांगझोऊ में 10 सितंबर, 2019 की तस्वीर. हांगझोऊ ओलंपिक सेंटर स्टेडियम में अलीबाबा की 20वीं वर्षगांठ कार्यक्रम के दौरान उन्होंने मंच पर प्रस्तुति दी थी.
आलोचना के बाद जिनपिंग के निशाने पर आए थे मा
जैक मा चीन गवर्नमेंट की नीतियों की आलोचना के बाद जिनपिंग के निशाने पर आए थे. संभावना जताई जा रही थी कि चीन गवर्नमेंट उनकी मर्डर करा सकती है. मा की एक कंपनी ‘एंट ग्रुप’ के दुनिया के सबसे बड़े IPO को भी रोक दिया गया था और अरबों $ का जुर्माना लगाया गया था. इस पूरे घटनाक्रम के बाद मा गायब हो गए थे. वो पब्लिकली दिखाई नहीं दिए.
नवंबर 2020 में उन्होंने अंतिम ट्वीट किया था और 2021 में उनका एक वीडियो सामने आया था. वीडियो में जैक कह रहे हैं कि महामारी समाप्त होने के बाद हम दोबारा मिलेंगे.
किस्सा उस मीटिंग का, जहां से बात बिगड़ी
जैक मा 24 अक्टूबर 2020 को एक मीटिंग के दौरान निशाने पर आए थे. इस मीटिंग में चीनी राजनीति और अर्थव्यवस्था के सबसे बड़े अधिकारी पहुंचे हुए थे. इसमें जैक मा ने चीनी बैंकों की आलोचना की थी. उन्होंने बोला था, ‘चीनी बैंक फंडिंग के लिए कुछ गिरवी रखने की मांग करते हैं. इससे नयी तकनीकों को फंड नहीं मिल पाता और नए प्रयोग रुक जाते हैं.’
उन्होंने चीनी नियमों को भी राह में रोड़ा अटकाने वाला बताया था. वॉल स्ट्रीट जर्नल के मुताबिक, जब चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग को जैक मा की कही बातों के बारे में जानकारी मिली, तो वे बहुत नाराज हो गए. उन्होंने जैक मा को सीन से गायब करने का आदेश दे दिया. बस यहीं से चीन की जिनपिंग गवर्नमेंट के अनेक अफसर चालीस चोरों की तरह अलीबाबा फाउंडर के पीछे लग गए थे.
इस तरह लिखी गई जैक मा की तबाही की कहानी
- पहले चीन ने अक्टूबर 2020 में जैक मा के एंट ग्रुप के 37 बिलियन $ यानी करीब 2.7 लाख करोड़ रुपए के IPO को रोक दिया. फिर कुछ दिनों बाद ही चीन ने ‘एंटी ट्रस्ट नियम’ बना दिए. इनके अनुसार अलीबाबा के विरूद्ध जांच प्रारम्भ कर दी गई. इससे अलीबाबा के बाजार कैप में 10 लाख करोड़ रुपए से अधिक की गिरावट आ गई थी.
- जैक मा को सबक सिखाने के लिए चीन इस हद तक गया कि उसकी सेंट्रल बैंक ने एंट ग्रुप के अफसरों से अपने पूरे बिजनेस को नए नियमों के हिसाब से रजिस्टर करने को कह दिया ताकि क्रेडिट, इंश्योरेंस और मनी मैनेजमेंट से जुड़ी गड़बड़ियों को दूर किया जा सके. किसी गड़बड़ी की स्थिति में कंपनी के ऑफिसरों की सीधी जिम्मेदारी भी तय की गई.
- क्वार्टज के मुताबिक, दुनिया की सबसे वैल्यूएबल कंपनी में से एक को री-स्ट्रक्चर करने की यह प्रयास इसे ऋण में डुबो देगी. फिर भी एंट ग्रुप के अधिकारी इससे इनकार नहीं कर सके.