इंडोनेशिया क्यों बदल रहा है अपनी राजधानी…
Jakarta News: इंडोनेशियाई की संसद ने गुरुवार को जर्काता (Jakarta) को राष्ट्र के आर्थिक केंद्र के रूप में रखते हुए विशेष दर्जा दिया। यह कदम राजधानी (Capital) को बदले जाने की योजनाओं के बीच उठाया गया है। उल्लेखनीय (Indonesia) है कि इंडोनेशिया अपनी राजधानी को भीड़भाड़ वाले और डूबते जकार्ता से दूर ले जा रहा है। 32 अरब $ की लागत से बन रहे शहर नुसंतारा (Nusantara) राष्ट्र की नयी राजधानी होगा जो कि बोर्नियो (Borneo) के पूर्वी कालीमंतन के जंगलों में स्थित है।
नुसंतारा यह शहर निवर्तमान राष्ट्रपति जोको विडोडो (Joko Widodo) का एक प्रमुख प्रोजेक्ट है। उन्होंने वर्तमान में जावा (Java) में केंद्रित पैसे और विकास को पूरे द्वीपसमूह में पुनर्वितरित करने का वादा किया था।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार 18 मार्च के नए कानून की एक कॉपी के अनुसार, जकार्ता और उसकी सैटेलाइट सिटीज के बीच डेवलपमेंट प्लान में सामंजस्य स्थापित करने के लिए एक ‘एग्लोमरेशन’ काउंसिल बनाई जाएगी।
‘जर्काता को बेहतर बनाया होगा’
गृह मामलों के मंत्री टीटो कार्नवियन ने संसद में विचार-विमर्श के बाद बोला कि राजधानी नुसंतारा में चले जाने के बाद भी जकार्ता को अन्य ‘विश्व स्तरीय शहरों’ के साथ कंपटीशन करने के लिए बेहतर बनाना होगा।
कार्नवियन ने कहा, ‘अब यह राजधानी नहीं रह गई है, फिर भी इसे एक विशेष दर्जा देना होगा ताकि यह आर्थिक विकास को गति दे सके और राष्ट्र की जीडीपी में सहयोग बढ़ा सके।‘
कब शिफ्ट होगी राजधानी
मौजूदा नियमों के तहत, जकार्ता इंडोनेशिया की राजधानी बनी रहेगी जब तक कि राष्ट्रपति आधिकारिक तौर पर नुसंतरा को नयी राजधानी के रूप में नामित करने का आदेश जारी नहीं करते, जो इस साल होने की आशा है।
सरकार को 17 अगस्त को नुसंतारा में 2024 का स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम आयोजित करने की आशा है और इस वर्ष के अंत तक हजारों सिविल सेवकों के वहां जाने की आशा है।