कभी-कभी पैरों में आए क्रैंप के कारण करंट तो न करे नजरअंदाज
Cause of Leg Cramps: हमारे शरीर में कई ऐसी परेशानियां हैं जो तुरन्त दुख नहीं देती लेकिन यदि इन्हें नजरअंदाज कर दिया जाए तो यह आगे जाकर खतरनाक रोंगों का कारण बन सकती है। हम में से अधिकतर लोगों को कभी-कभार पैरों की मांसपेशियां बहुत घातक ढंग से क्रैंप आ जाता है। यानी पैरों के निचले हिस्से की मांसपेशियों वाला जो भाग है, उसमें ऐंठन या कड़ापन हो जाता है और मांसपेशियां अपनी स्थान से थोड़े आगे-पीछे हो जाती है। इस हिस्से को काफ मसल्स कहते हैं। यह होती एक-आध मिनट के लिए ही है लेकिन इसमें दर्द की टीस इतनी तेज होती है कि लगता है कि करंट के झटके लग गए। किसी की भी चीख निकल जाती है। आमतौर पर यह देर रात या 4 से 5 बजे सुबह के आसपास होता है। एक-आध मिनट के बाद मांसपेशियां अपनी स्थान चली जाती है जिससे दर्द भी समाप्त हो जाता है। लेकिन यदि यह अधिक परेशान करता है तो यह आगे जाकर किडनी फेल्योर का भी कारण बन सकता है। इसलिए इसे नजरअंदाज न करें। तुरंत डॉक्टरों की राय लें।
पैरों में क्रैंप के कारण
मायो क्लिनिक के अनुसार सामान्य तौर पर अधिकांश मामलों में पैरों में क्रैंप का कारण पता नहीं चलता। यह मसल्स और नर्व में दिक्कतों के कारण हो सकता है। उम्र के साथ पैरों में क्रैंप की कठिनाई बढ़ती जाती है। प्रेग्नेंट स्त्रियों को यह परेशानी अधिक होती है। इसके अतिरिक्त कुछ लोग ऐसी दवाइयां लेते हैं जिससे रात में अधिक पेशाब होता है। इस कारण भी रात में पैरों में क्रैंप हो सकता है। लेकिन कई बार पैरों में क्रैंप के खतरनाक कारण हो सकते हैं। जैसे कि किडनी फेल्योर या सिरोसिस। वहीं गतिहीन जीवनशैली, बहुत अधिक एक्सरसाइज, बैठने के उपायों में गलती, बहुत देर तक खड़ा रहना, नर्व की दिक्कतें आदि भी इसके कारण हो सकते हैं।
इन स्थितियों में भी पैरों में क्रैंप
1. एक्यूट किडनी फेल्योर भी पैरों में क्रैंप की वजह हो सकती है।
2. एडीसन डिजीज।
3. अल्कोहल डिसॉर्डर।
4. एनीमिया यानी हीमोग्लोबिन की कमी।
5. क्रोनिक किडनी डिजीज।
6.सिरोसिस की बीमारी।
7. डिहाइड्रेशन
8. हाई ब्लड प्रेशर।
9.हाइपोग्लेसीमिया।
10. हाइपोथायराइड।
11. गतिहीन जीवनशैली।
12. ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल की दवाइयां।
13. पार्किंसन डिजीज।
कैसे पाएं इससे छुटकारा
हालांकि पैरों में क्रैंप एक-दो मिनट में अपने आप ठीक हो जाता है। लेकिन यदि इस इसमें मसाज या स्ट्रैच किया जाए तो इससे शीघ्र छुटकारा पाया जा सकता है। जब भी पैरों में क्रैंप आए और दर्द बहुत तेज हो तो हील्स पर या तलवों के बल पर कुछ समय वॉक करें। चलते-चलते ही पैरों का क्रैंप समाप्त हो जाएगा।