गोलगप्पे खाने पर मचा इतना बड़ा हंगामा की लोगों पर चलीं गोलियां और लाठी-डंडे, जानें वजह
मैंने तो सुना था कि लड़कियों को गोलगप्पे खाना बहुत पसंद होता है, लेकिन क्या आपने कभी गोलगप्पे चलने पर गोलगप्पे के बारे में सुना है? ऐसा ही एक मुद्दा उत्तर प्रदेश के कानपुर से सामने आया है जहां गोलगप्पे को लेकर इतना टकराव हुआ कि गोलियां चल गईं और 12 से अधिक लोग घायल हो गए। गोलगप्पे के ठेले को लेकर दो पक्षों में झगड़ा हो गया और टकराव इतना बढ़ गया कि ताबड़तोड़ फायरिंग हो गई।
गोलगप्पे पर गोलियां चल गईं
रिपोर्ट के मुताबिक, दो पक्षों के बीच टकराव हुआ, जिसके बाद एक पक्ष के लोगों ने दूसरे पक्ष की दुकान पर धावा कर दिया। इस हमले में जमकर पथराव हुआ और लाठियां भी चलीं। इसी बीच गृहस्वामी ने अपनी लाइसेंसी बंदूक से फायरिंग प्रारम्भ कर दी। इस टकराव में दोनों पक्षों के कई लोग घायल हो गये हैं। पुलिस दावा कर रही है कि कोई भी गंभीर रूप से घायल नहीं हुआ है और इस मुद्दे में 5 लोगों को अरैस्ट किया गया है।
गोलगप्पे के ठेले पर क्या हुआ
इन दोनों पक्षों के बीच दो बार जमकर बवाल हुआ। भीड़ में उपस्थित लोगों ने भी एकजुट होकर कई ग्रेनेड फेंके और फायरिंग की। इसी बीच अनियंत्रित भीड़ ने चौराहे पर दुकानों और घरों में घुसकर स्त्रियों और बच्चों के साथ हाथापाई की। पुलिस को सूचना मिली और वह जैसे ही मौके पर पहुंची, वहां उपस्थित स्त्रियों ने पुलिस पर धावा करना प्रारम्भ कर दिया। जानकारी के मुताबिक, सत्यम सिंह पानी की बोतल लेने के लिए राजेंद्र चौराहे पर उतरे, वहां पहले से ही गंगा सिंह नाम का पुरुष ठेले पर गोलगप्पे खा रहा था। इसी बीच दोनों युवकों में किसी बात को लेकर बहस हो गई, जिसके बाद हाथापाई प्रारम्भ हो गई।
छत से गोलियाँ बरसने लगीं
इसके बाद नीलम सिंह की तहरीर पर पुलिस ने इसमें कई लोगों को अरैस्ट कर लिया है। मुकदमा दर्ज होने के बाद दूसरे पक्ष की दुकान पर सैकड़ों लोगों ने धावा कर दिया। उन्होंने बोला कि उनके विरुद्ध गलत रिपोर्ट लिखाई गई है, इस दौरान दुकान के आसपास जो भी मिला उसके साथ हाथापाई की गई। छत पर दुकान चलाने वाले रवि गुप्ता ने बंदूक निकालकर फायरिंग प्रारम्भ कर दी.