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नागौर में हरिण, मोर व नीलगाय की संख्या में हुई बढ़ोतरी, वन्यजीव गणना में फ्लेमिंगो भी हुए शामिल

नागौर न्यूज़ डेस्क !!! हर वर्ष की तरह इस बार भी वैशाख पूर्णिमा (बुद्ध पूर्णिमा) पर 23 मई को सुबह 8 बजे से 24 मई को सुबह 8 बजे तक वन्यजीवों की गणना की गई. नागौर वन विभाग के उप वन संरक्षक ने कहा कि नागौर जिले में वन्यजीवों की गणना के लिए पानी की उपलब्धता के मुताबिक 84 वॉटर हॉल का चयन किया गया और 115 वन कार्मिक तथा 95 पर्यावरणविद और वीएफपीएमसी सदस्य 24 घंटे तक वॉटर हॉल पर गणना के लिए उपस्थित रहे वन्य जीवन पूरा हो गया झील क्षेत्र में वन्यजीवों में काला हिरण, चिंकारा, मोर, नीलगाय, रेगिस्तानी लोमड़ी, जंगली बिल्ली, रेगिस्तानी बिल्ली, भेड़िया, खरगोश, चूहा, साही, तीतर, बाज, तीतर, उल्लू, कोयल, नेवला, पेटागो, सांडा और राजहंस शामिल हैं. की गणना भी की गई. कुचामन और परबतसर की बड़ी पहाड़ियों में भी तेंदुए की हलचल देखी गई इस बार ग्रामीणों के जन योगदान और वन विभाग की ओर से खेल और तालाबों में जंगली जानवरों के लिए पानी की प्रबंध और घायल जंगली जानवरों का समय पर बचाव और इलाज और चारे और भोजन की प्रबंध की गई. क्षेत्र में आम लोगों के अतिरिक्त इस बार वन्य जीवों में हिरण, मोर और नीलगाय आदि की संख्या में पिछले वर्ष से इस वर्ष तक बढ़ोतरी हुई है.

उप वन संरक्षक ने कहा कि साल 2023 में बैसाख पूर्णिमा के पूर्व क्षेत्र में वर्षा होने के कारण गणना नहीं हो सकी है. साल 2022 में नागौर वन विभाग के अधीन क्षेत्रों में वन्यजीव गणना की गई थी और इस साल गर्मी के मौसम में वन्यजीव गणना की गई है.
इस प्रकार वन्य जीवन में वृद्धि हुई है
क्रमांक. – वन्यजीवों का नाम – साल 2022 की जनगणना में पाए गए वन्यजीव – साल 2024 की जनगणना में पाए गए वन्यजीव
1 – चिंकारा – 3256 – 3400
2 – काला हिरण – 5340 – 5372
3 – नीलगाय – 6972 – 7482
4 – अधिक – 8852 – 10514
5 – राजहंस – 0 – 2605
6 – अन्य (हिरण लोमड़ी, जंगली बिल्ली, हिरण बिल्ली, भेड़िया, खरगोश, चूहा, साही, तीतर, बाज, तीतर, उल्लू, कायल, नेवला, पटागोह, सांडा और अन्य) – 2495 – 2950

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