स्वास्थ्य

Side effects of lemon: अधिक नींबू खाने से सेहत को होतें है ये नुकसान

नींबू को स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा माना जाता है. नींबू विटामिन सी, पोटेशियम और फाइबर का अच्छा साधन हैं. इसलिए, जब नींबू को अपनी डेली डाइट में शामिल किया जाता है तो यह ना सिर्फ़ इम्यून सिस्टम को बेहतर बनाता है, बल्कि पाचन में सुधार करने में भी सहायता कर सकते हैं. लेकिन नींबू से मिलने वाले पोषक तत्वों का वास्तविक फायदा तभी मिलता है, जब इसे सीमित मात्रा में लिया जाए. कुछ लोग दिनभर में कई बार नींबू का सेवन करते हैं, जिससे उन्हें लाभ की स्थान कई हानि का सामना करना पड़ता है. आमतौर पर प्रति दिन 1-2 नींबू का सेवन करना सुरक्षित है. इससे अधिक नींबू आपके लिए कठिनाई खड़ी कर सकता है. तो चलिए आज इस लेख में हम आपको बता रहे हैं कि अधिक नींबू लेने से आपको क्या-क्या हानि हो सकते हैं-

हो सकती है माइग्रेन की समस्या

अगर आपको पहले से ही सिर दर्द या माइग्रेन की कम्पलेन रहती है तो ऐसे में नींबू का अधिक सेवन करना आपके लिए हानिकारक हो सकता है. खट्टे फल अक्सर माइग्रेन और सिरदर्द का कारण बनते हैं. ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि नींबू टायरामाइन का उत्पादन करता है. यह एक प्राकृतिक मोनोमाइन है, जो अक्सर सिरदर्द का कारण बनता है. इसलिए, दिनभर में एक या दो नींबू से अधिक ना लें.

हो सकती हैं डाइजेस्टिव प्रॉब्लम्स

नींबू यूं तो डाइजेशन के लिए अच्छा माना जाता है, लेकिन इसका अधिक सेवन करना डाइजेस्टिव सिस्टम के लिए कठिनाई खड़ी कर सकता है. इसके लैक्सेटिव इफेक्ट के कारण आपको डायरिया की कम्पलेन हो सकती है या फिर अन्य डाइजेशन प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ सकता है.

एलर्जिक रिएक्शन

ऐसे भी कुछ लोग होते हैं, जिन्हें नींबू जैसे खट्टे फलों से एलर्जी हो सकती है. एलर्जी रिएक्शन होने पर उन्हें खुजली और पित्ती जैसे हल्के लक्षणों से लेकर एनाफिलेक्सिस जैसे गंभीर रिएक्शन तक हो सकते हैं. खासतौर से, जब आप अधिक मात्रा में इसका सेवन करते हैं तो परेशानी बद से बदतर हो जाती है. इसलिए, ऐसे लोगों को नींबू या अन्य खट्टे फलों से दूर ही रहना चाहिए.

दांतों के इनेमल को हानि पहुंचना

नींबू का रस अम्लीय होता है, और एसिड के बार-बार संपर्क में आने से दांतों का इनेमल नष्ट हो सकता है. जब नींबू का सेवन अधिक मात्रा में किया जाता है, तब यह परेशानी बढ़ सकती है. जिससे दांतों में सेंसेटिविटी, डिस्कलरेशन और दांतों में छेद होने का खतरा बढ़ जाता है. इस जोखिम को कम करने के लिए हमेशा एक स्ट्रॉ की सहायता से नींबू पानी पीएं और बाद में सादे पानी से कुल्ला कर लें.

 

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